दिल्ली में पहले के मुकाबले कोरोना के मामले कम होने से दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने होने की गति भी बढ़कर अब 101 दिन हो गई है, लेकिन कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है।
कोरोना का खतरा पूरी तरह बरकरार
दिल्ली में पहले के मुकाबले कोरोना के मामले कम होने से दिल्ली के लोगों को बड़ी राहत मिली है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने होने की गति भी बढ़कर अब 101 दिन हो गई है, लेकिन कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में जुलाई में कोरोना के मामले कम होने लगे थे, लेकिन अगस्त के दूसरे व तीसरे हफ्ते में मामले फिर से बढ़ गए। अगस्त के पहले हफ्ते के मुकाबले तीसरे हफ्ते में 11.60 फीसदी मामले बढ़ गए हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर जैसी स्थिति तो बनती नजर नहीं आ रही है, लेकिन कोरोना का खतरा पूरी बरकरार है, लिहाजा सावधानी और सुरक्षा में जरा भी ढील देना भारी पड़ सकता है।
संक्रमण की दूसरी लहर नहीं आएगी !
दिल्ली में जुलाई के अंतिम हफ्ते में कोरोना के कुल 7209 मामले सामने आए थे, इसके बाद अगस्त के पहले हफ्ते में 7125 मामले सामने आए, लेकिन अगस्त के तीसरे हफ्ते में 7929 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के प्रिवेंटिव एंड कम्युनिटी मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि दिल्ली में अब ज्यादातर दफ्तर खुल चुके हैं, लोग घरों से बाहर निकलने लगे हैं, इसलिए मामले बढ़ेंगे ही, एक डेढ़ महीने तक ऐसी ही स्थिति रह सकती है। डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि दिल्ली में संक्रमण की दूसरी लहर नहीं आएगी, क्योंकि यहां की करीब एक तिहाई आबादी संक्रमित होने के बाद ठीक हो चुकी है।
लोगों में दोबारा संक्रमण की संभावना नहीं
डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि दिल्ली से गांव व शहर में गए लोग धीरे-धीरे वापसी कर रहे हैं, उनके आने से भी संक्रमण बहुत ज्यादा नहीं बढ़ेगा, दो-चार फीसदी मामले बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर तभी आती है जब संक्रमित होकर ठीक होने वाले लोगों में दोबारा संक्रमण होने लगे, अभी इसकी संभावना नहीं दिख रही। इसके अलावा दूसरी लहर तब आ सकती है जब वायरस में ही म्यूटेशन हो जाए, ऐसा स्पेनिश फ्लू की महामारी में हुआ था। एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा कि कोरोना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, त्योहार का सीजन भी है, इसलिए मामलों थोड़े ज्यादा या कम होते रहेंगे लेकिन बहुत बड़ा उछाल अब नहीं आने वाला है।