दिल्ली में सक्रिय बच्चा चोर गिरोह के शिकार हुए परिवारों में एक बार फिर खुशियां लौटने की उम्मीद जगी है। दिल्ली पुलिस गुमशुदा बच्चों को तलाशने के लिए सख्त हो गई है, गुमशुदा बच्चों के मामलों की मॉनिटरिंग की जाएगी व गुमशुदा बच्चों को ढूंढने वाले सिपाही और हवलदार को पदोन्नति देकर प्रोत्साहित किया जाएगा।
50 बच्चों को ढूंढने वाले पुलिस को प्रमोशन
दिल्ली में सक्रिय बच्चा चोर गिरोह के शिकार हुए परिवारों में एक बार फिर खुशियां लौटने की उम्मीद जगी है। दिल्ली पुलिस गुमशुदा बच्चों को तलाशने के लिए सख्त हो गई है, इसके लिए जहां हर महीने गुमशुदा बच्चों के मामलों की मॉनिटरिंग की जाएगी, वहीं 1 वर्ष में 50 गुमशुदा बच्चों को ढूंढने वाले सिपाही और हवलदार को पदोन्नति देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
दिल्ली में रोजाना 20 बच्चे गायब होते हैं
ध्यान रहे कि दिल्ली में प्रतिदिन करीब 20 बच्चे गायब होते हैं, इनमें 17 फीसदी बच्चों को पुलिस ढूंढ नहीं पाती है, इनमें ज्यादातर बच्चे संगठित गिरोह के हाथ लगने की वजह से मिल नहीं पाते हैं। बच्चा चोर गिरोह के लोग बच्चों को बदमाशों को बेच देते हैं, जिसके बाद इन्हें अपराध की दुनिया में ढकेल दिया जाता है। इधर गुमशुदा बच्चों के परिजनों की भी यह शिकायत रहती है कि पुलिस बच्चों को तलाशने में गंभीरता नहीं दिखाती है, इसकी वजह से उनके बच्चे मिल नहीं पाते हैं।
सिपाही व हवलदार को होगा प्रमोशन
दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने अब पूर्व पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक के स्थायी आदेश में बड़ा संशोधन किया है, इसके मुताबिक, अब 1 वर्ष में 14 साल से कम उम्र के 35 तथा 8 साल से कम उम्र के 15 यानि 50 गुमशुदा बच्चों को ढूंढने पर पदोन्नति दी जाएगी। इसमें सिपाही को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति देकर हवलदार और हवलदार को एएसआई बना दिया जाएगा। ध्यान रहे कि दिल्ली पुलिस में भगोड़े बदमाशों को पकड़ने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने का पहले से ही प्रावधान है।
पुलिस बच्चों को सख्ती से ढूंढ रही है
एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली पुलिस गुमशुदा बच्चों को ढूंढने के लिए सख्ती से काम कर रही है, इसके लिए प्रभारी एसीपी हर महीने कम से कम एक बार गायब हुए बच्चों के रजिस्टर की जांच करेंगे, इसके बाद बच्चों के संबंध में रिकॉर्ड सीसीटीएनएस और जिपनेट पर अपडेट जानकारी देंगे। एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि यह भी जांच कराई जा रही है कि पहले कहां कमी रही, ताकि आगे उन्हें दूर किया जा सके।
जून-जुलाई में 724 बच्चे हुए गायब
ध्यान रहे कि दिल्ली में इस साल जून व जुलाई दो महीने में 724 बच्चे गायब हुए हैं, इसमें 8 साल से कम उम्र के 32 लड़के और 17 लड़कियां गायब हुई हैं, 8 से 12 साल की उम्र के 41 लड़के ओर 20 लड़कियां गायब हुईं तथा 12 से 18 साल के 99 लड़के और 515 लड़कियां गायब हुई हैं, इसमें से 537 को ढूंढ लिया गया है।