दिल्ली में नॉन इन्वेंसिव टेस्टिंग कोविड टेस्ट की जा रही है, इसके जरिए 4 दिन में 5 हजार लोगों की टेस्ट की जा चुकी है, रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए यह टेस्ट की जा रही है, अगर ट्रायल सफल रहा तो इन टेस्टिंग किट से महज 30 सेकेंड में कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट मिल सकेगी।
एनआईटीसीटी से मिलेंगे 30 सेकेंड में रिपोर्ट
दिल्ली में नॉन इन्वेंसिव टेस्टिंग कोविड टेस्ट (एनआईटीसीटी) की जा रही है, इसके जरिए 4 दिन में 5 हजार लोगों की टेस्ट की जा चुकी है। रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए यह टेस्ट की जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अगले 2 महीने में इसके परिणाम आ जाएंगे, अगर ट्रायल सफल रहा तो इन टेस्टिंग किट से महज 30 सेकेंड में कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट मिल सकेगी। दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और प्रमुख शोधकर्ता डॉक्टर दीपक ने बताया कि कोरोना टेस्ट की यह तकनीक इजरायल में विकसित की गई है, भारत और इजरायल साथ मिलकर इस किट पर काम कर रहे हैं,
10 हजार लोगों के नमूने लिए जाने हैं
डॉक्टर दीपक ने बताया कि पहले आरएमएल अस्पताल में इसका टेस्ट शुरू किया गया था, अब इसमें लोकनायक अस्पताल, सर गंगाराम अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल भी शामिल हो गए हैं, चारों जगहों पर मिलकार कुल 10 हजार लोगों के नमूने लिए जाने हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 5 हजार लोगों का टेस्ट किया जा चुका है, इसमें एक हजार आरएमएल से और बाकी इन तीनों अस्पतालों से हुए हैं, लोग स्वेच्छा से वालंटियर बनके इसके ट्रायल में शामिल हो रहे हैं, टेस्ट प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी नमूने लैब में भेजे जा रहे हैं, उम्मीद है कि अगले 10 दिनों में बाकी 5 हजार लोगों का भी टेस्ट कर लिया जाएगा।
चार तरीकों से किया जा रहा है यह टेस्ट
डॉ. दीपक ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश के लिए अगर ऐसी टेस्ट किट विकसित हो जाती है तो यह काफी अच्छा होगा, वैक्सीन आने तक जल्द से जल्द लोगों की टेस्ट करने में सहायता मिलेगी। डॉ. दीपक ने कहा कि चार तरीकों से किया जा रहा है यह टेस्ट- 1. पहली टेस्ट सांस विश्लेषक होगी, 2. व्यक्ति के लार के नमूने से टेस्ट, 3. आवाज से टेस्ट किया जा रहा है, इससे किसी की आवाज के नमूने से ही पता चल सकेगा की व्यक्ति संक्रमित है या नहीं और 4. यह सामान्य आरटी-पीसीआर टेस्ट प्रक्रिया की तरह होगा।