सर्दियों की शुरुआत के साथ ही दिल्ली में स्मॉग और वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ने लगा है। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज 5 अक्टूबर को वायु प्रदूषण के खिलाफ बड़ी मुहिम ‘एंटी डस्ट कैंपेन’ की शुरुआत की।
दिल्ली में ‘एंटी डस्ट कैंपेन’ की शुरुआत
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार मिट्टी को उड़ने से रोकने के लिए ‘एंटी डस्ट कैंपेन’ और पराली जलाने के खिलाफ ‘युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध’ अभियान एक साथ छेड़ रही है। केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस के जरिए इसकी जानकारी दी। केजरीवाल ने कहा कि मिट्टी उड़ने की वजह से काफी प्रदूषण होता है, इसलिए मिट्टी को उड़ने से रोकने के लिए आज से ‘एंटी डस्ट कैंपेन’ शुरू कर रहे हैं। आज से हम प्रदूषण के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं, इस युद्ध के तहत दिल्ली के अंदर जहां भी पराली होती है वहां पर दिल्ली सरकार घोल बनाकर छिड़काव कराएगी। दिल्ली सरकार पूसा संस्थान की निगरानी में घोल बनाने का काम शुरू कर रही है।
सेहत की हिफाजत के लिए यह अभियान बेहद जरूरी
केजरीवाल ने कहा लोगों की सेहत की हिफाजत के लिए यह अभियान बेहद जरूरी है, इसके पहले केजरीवाल ने पर्यावरण विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक कर दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ रणनीति बनाई। बैठक में परिवहन, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली विकास प्राधिकरण, दिल्ली जलबोर्ड, यातायात पुलिस और नगर निगम के अधिकारी मौजूद रहे। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार आने वाले समय में खासकर कोरोना संक्रमण के बीच प्रदूषण और पर्यावरण को बेहतर रखने की कोशिश में जुटी हुई है।
वर्ष 2014-2019 तक प्रदूषण में 25 फीसदी की कमी
केजरीवाल ने कहा कि अभियान के तहत आज से जागरूकता अभियान के साथ-साथ पर्यावरण को बेहतर रखने के लिए लोगों को तकनीक के इस्तेमाल से भी अवगत कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों में दिल्ली सरकार ने दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने नहीं दिया है, जबकि दिल्ली में यातायात भी बढ़ाया और औद्योगिक गतिविधियां भी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में वर्ष 2014 से 2019 तक प्रदूषण में 25 फीसदी की कमी आई है, उनकी सरकार ने इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी पहले ही लॉन्च कर दी है जो देश ही नहीं दुनिया की सबसे बढ़िया पॉलिसी है।