दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल में एक बार फिर से टकराव की स्थिति बन गई है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अनलॉक-3 के तहत अरविंद केजरीवाल के दो फैसले को खारिज कर दिया।
बैजल ने केजरीवाल के 2 फैसलों को खारिज किया !
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल में एक बार फिर से टकराव की स्थिति बन गई है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अनलॉक-3 के तहत अरविंद केजरीवाल के दो फैसले को खारिज कर दिया, ये दोनों फैसले हैं- होटलों में सामान्य कामकाज और दिल्ली में साप्ताहिक बाजारों की अनुमति।
7 दिन के लिए प्रायोगिक तौर पर साप्ताहिक बाजारों को अनुमति- केजरीवाल
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभी कोरोना की स्थिति नाजुक बनी हुई है और खतरा अभी दूर नहीं हुआ है, तो उसी के मद्देनजर उपराज्यपाल अनिल बैजल ने यह फैसला लिया है। ध्यान रहे की 30 जुलाई को दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने शहर में होटलों को फिर से खोलने का फैसला किया था, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए और कोरोना से बचाव के सभी आवश्यक उपायों को अपनाते हुए 7 दिन के लिए प्रायोगिक आधार पर साप्ताहिक बाजारों को भी अनुमति दी गई थी।
वकीलों के पैनल नियुक्ति के फैसले को भी बैजल ने खारिज किया था
इससे पहले दिल्ली दंगों के लिए सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में वकीलों का पैनल नियुक्त करने को लेकर 28 जुलाई को लिए गए दिल्ली सरकार की कैबिनेट के निर्णय को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने खारिज कर दिया था, संविधान से मिले विशेष अधिकार का इस्तेमाल कर एलजी ने ये निर्णय लिया, साथ ही दिल्ली सरकार के गृह विभाग को आदेश दिया कि दिल्ली पुलिस के पैनल को मंजूरी दें, संविधान के तहत उपराज्यपाल का ये आदेश मानने के लिए दिल्ली सरकार बाध्यकारी है।