जेएनयू यानि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय प्रशासन ने जेएनयू परिसर में रहने छात्रों पर कोरोना संक्रमण की जानकारी छिपाने के लिए कटघरे में खड़ा किया है। जेएनयू प्रशासन ने आज यानि 17 सितंबर को इस बाबत एक नोटिस भी जारी किया है।
जेएनयू प्रशासन ने नोटिस जारी किया
जेएनयू प्रशासन की तरफ से 10 सूत्रीय नोटिस में कहा गया है कि परिसर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ गए हैं, परिसर में रहने वाले संक्रमित होने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों से छिपा रहे हैं, इसकी वजह से संक्रमितों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। जेएनयू प्रशासन ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी की है, जिस पर संक्रमण संबंधी जानकारी मुहैया कराना अनिवार्य कर दिया गया है। नोटिस में जिक्र है कि परिसर में रहने वाले अंतरराज्यीय यात्राओं संबंधी जानकारी भी छिपा रहे हैं, इसलिए अब स्वघोषित प्रपत्र भरना अनिवार्य किया जा रहा है। यात्रा करने वाले हर लोगों को यह प्रपत्र भरकर प्रशासनिक कार्यालय में जमा करना होगा।
जेएनयू में अब तक कोरोना संक्रमण के 52 मामले
जेएनयू के रजिस्ट्रार डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि जेएनयू में अब तक कोरोना संक्रमण के 52 मामले सामने आए हैं, लेकिन यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। हमें पता चला है कि लोग संक्रमण संबंधी जानकारी छिपा रहे हैं, ऐसा करना ना केवल उनके बल्कि उनके परिवार व अन्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। ध्यान रहे कि दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
जेएनयू प्रशासन की सलाह
– परिसर में बेवजह ना घूमने की सलाह दी गई है।
– मास्क लगाएं, सैनिटाइजर पास रखें।
– आवास पर दोस्तों, जानकारों को आमंत्रित ना करें, ना ही बेवजह किसी के आवास पर जाएं।
– परिसर में समूह में इक्टठा ना हों।
– जो लोग क्वारंटाइन हैं, वो खाद्य पदार्थ मंगवाने के लिए हेल्पलाइन नंबर का सहारा ले सकते हैं।
– खांसी, जुकाम, बुखार समेत कोरोना संबंधी लक्षण होने पर तत्काल जेएनयू प्रशासन को सूचित करें।