दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों के कक्षा 9वीं और 10वीं में एक या एक से ज्यादा बार फेल हो चुके छात्रों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, कक्षा 9वीं और 10वीं में फेल छात्रों को ओपन स्कूलिंग प्रोजेक्ट में रखा जाएगा।
फेल छात्रों को मिलेगा ओपन स्कूलिंग में मौका
दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों के कक्षा 9वीं और 10वीं में एक या एक से ज्यादा बार फेल हो चुके छात्रों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, कक्षा 9वीं और 10वीं में फेल छात्रों को ओपन स्कूलिंग प्रोजेक्ट में रखा जाएगा। छात्रों ने जिस स्कूल से कक्षा 9वीं और 10वीं की पढ़ाई की है उसी स्कूल से इस प्रोजेक्ट के लिए पंजीकरण व दाखिला करा सकते हैं। शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
छात्रों को पाठ्यक्रम से जुड़ी सभी सामग्री मुफ्त
जानकारी के मुताबिक, छात्र को हर विषय के लिए 250 रुपए का परीक्षा शुल्क देना होगा। वहीं प्रैक्टिकल विषय के लिए 120 रुपए फीस और क्रेडिट ट्रांसफर के लिए 180 रुपए शुल्क देना होगा। शिक्षा निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली के कुछ सरकारी स्कूलों में इन छात्रों की कक्षाएं लगेंगी। छात्रों की कक्षाओं के लिए अलग से शिक्षक भी रखे जाएंगे, वहीं एनआईओएस यानि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग के तहत छात्रों को पाठ्यक्रम से जुड़ी सभी सामग्री भी मुफ्त मिलेगी।
वर्ष 2020 में 12वीं में 97.87 फीसदी नतीजे
गौरतलब है कि दिल्ली में इस बार 12वीं कक्षा के सरकारी स्कूलों के नतीजे 97.87 फीसदी हैं, जो सबसे अच्छे हैं, वहीं प्राइवेट स्कूलों के नतीजे 93 फीसदी के करीब हैं। दिल्ली के 916 स्कूलों में से 396 स्कूलों में 100 फीसदी छात्र-छात्राएं पास हुए हैं। इससे पहले वर्ष 2016 में 85.9 फीसदी नतीजे आए थे और अब वर्ष 2020 में 97.87 फीसदी नतीजे आए हैं।