कृषि कानूनों के विरोध में किसानों द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को निकाली गई ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर व दिल्ली के अंदर हुई हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी दीप सिद्धू को दिल्ली की एक अदालत द्वारा जमानत मिल गई है।
तीस हजारी कोर्ट ने दी दीप सिद्धू को जमानत
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने आज 17 अप्रैल को दिल्ली ट्रैक्टर रैली हिंसा मामले में मुख्य आरोपी पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू को जमामत दे दी है। आरोपी दीप सिद्धू की जमानत याचिका पर तीस हजारी कोर्ट ने पिछली सुनवाई में फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिस पर आज कोर्ट ने दीप सिद्धू की जमानत मंजूर करने का फैसला सुनाया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 26 जनवरी को कुछ लोगों ने लाल किले में हुई हिंसा के बाद लाल किले पर खालसा पंथ का झंडा ‘निशान साहिब’ फहरा दिया था, उनमें से कुछ की पहचान की गई है, जिनमें से दीप सिद्धू मुख्य आरोपी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 9 फरवरी को पंजाब के जीरकपुर से दीप सिद्धू को गिरफ्तार किया था।
कोर्ट ने दीप सिद्धू पर कई पाबंदी भी लगाई
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने दीप सिद्धू को 30 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दी है, इसके साथ अदालत ने दीप सिद्धू पर कई तरह की पाबंदी भी लगाई है। अदालत ने कहा है कि दीप सिद्धू को अपना पासपोर्ट जांच अधिकारी के हवाले करना होगा, हर महीने की पहली और 15 तारीख को या जब भी जांच अधिकारी बुलाएं तो उसे पेश होना होगा, उसे हर समय अपना मोबाइल फोन लोकेशन शेयर डिवाइस के साथ स्विच ऑन रखना होगा, किसी गवाह या साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। इससे पहले 8 अप्रैल को कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान दीप सिद्धू ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था, यहां तक उसने यह भी कहा था कि दिल्ली पुलिस के पास कोई सबूत नहीं है, जिससे यह साबित हो कि उसने हिंसा फैलाई या फिर हिंसा को प्रोत्साहित किया था।
लाल किले पर ‘निशान साहिब’ फहराया गया था
गौरतलब है कि 26 जनवरी को हजारों की संख्या में ट्रैक्टर रैली कर रहे किसान दिल्ली की सीमाओं पर अवरोधकों को तोड़ कर दिल्ली में दाखिल हो गए थे और दिल्ली के आईटीओ समेत अन्य स्थानों पर दिल्ली पुलिस कर्मियों से झड़पें की थीं, इस दौरान कई प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किला पहुंच गए और ऐतिहासिक स्मारक में प्रवेश कर गए तथा लाल किले की प्राचीर से एक धार्मिक झंडा ‘निशान साहिब’ फहरा दिया था। दिल्ली ट्रैक्टर रैली हिंसा में 500 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जबकि 1 प्रदर्शनकारी की टैक्टर पलट जाने से मौत हो गई थी।