सीएए तथा एनआरसी के विरोध में उत्तर-पूर्वी दिल्ली व दिल्ली के अन्य जिले में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जेएनयू के पूर्व छात्र व देशद्रोह के आरोपित उमर खालिद से पूछताछ की।
देशद्रोह के आरोपित है उमर खालिद
सीएए तथा एनआरसी के विरोध में इसी वर्ष फरवरी में उत्तर-पूर्वी दिल्ली व दिल्ली के अन्य जिले में हुए सांप्रदायिक दंगों के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जेएनयू यानि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र व देशद्रोह के आरोपित उमर खालिद से कल यानि 1 अगस्त को करीब 3 घंटे तक पूछताछ की। उमर खालिद से दिल्ली के लोधी कॉलोनी स्थित दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के दफ्तर में बुलाकर पहली बार पूछताछ की गई।
चार्जशीट में उमर दिल्ली दंगों का मास्टर माइंड
दिल्ली पुलिस ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के मामले में हाल में दायर की गई चार्जशीट में उमर खालिद को दंगों का मास्टर माइंड बताया है, फिर भी अब तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, उमर खालिद से दंगों से जुड़े मामले से संबंधित 100 से ज्यादा सवाल पूछे गए। उमर से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दिल्ली आने से पहले शाहीनबाग में दिए भाषण से संबंधित सवाल भी पूछे गए, अधिकतर सवालों के जवाब में उमर खालिद ने झूठ बोलते हुए अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
सुबूत दिखाकर उमर से हुई पूछताछ
दिल्ली पुलिस ने कॉल डिटेल व अन्य सुबूत रखते हुए जब उमर से विस्तृत पूछताछ की तब कई सवालों के जवाब में उसने चुप्पी साध ली, पुलिस का कहना है कि इससे अभी कई बार पूछताछ की जाएगी उसके बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा। दिल्ली पुलिस का कहना है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में दंगों से पहले उमर ने शाहीनबाग में खालिद सैफी, पीएफआई के सदस्यों, पिंजड़ा तोड़ की छात्राओं, आप के निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन व राजधानी पब्लिक स्कूल के मालिक फैजल फारुख के साथ गोपनीय बैठक की थी। बैठक के दौरान उमर ने सभी से दंगों की तैयारी करने को कहा था ताकि ट्रंप के दिल्ली आते ही दंगे किए जाए, इसके लिए उसने दंगाईयों को करोड़ों रुपए भी बंटवाए थे, पुलिस के पास इसके भी सुबूत हैं।