दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा, ऑनलाइन पढ़ाना बच्चों का खेल नहीं, ट्यूशन फीस लेने से मना नहीं कर सकते !

वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने एक अहम फैसले में कहा कि का देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस लेने से मना नहीं कर सकते हैं।

ऑनलाइन पढ़ाना कोई बच्चों का खेल नहीं- दिल्ली हाई कोर्ट

वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान दिल्ली हाई कोर्ट ने आज अपना एक अहम फैसला देते हुए कहा है कि देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस लेने से मना नहीं कर सकते हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि ऑनलाइन पढ़ाना कोई बच्चों का खेल नहीं है तथा इसके लिए शिक्षकों को कक्षाओं से ज्यादा मेहनत करनी पढ़ती है, ऑनलाइन प्लैटफॉर्म की व्यवस्था से जुड़े सभी खर्चों समेत इसके लिए बड़ा ढांचागत बंदोबस्त करना पड़ता है, जिस पर शिक्षा प्रदान की जा सके, इन सब व्यवस्थाओं के बाद यह कहना कि प्राइवेट स्कूलों को ट्यूशन फीस लेने की अनुमति नहीं होनी चाहिए, एकदम बेतुकी बात होगी।

याचिका में दिल्ली सरकार के आदेश को रद्द करने की मांग की थी

ध्यान रहे कि एक वकील ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर करके दिल्ली सरकार के 17 अप्रैल के आदेश को रद्द करने की मांग की थी तथा कहा था कि अगर दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों द्वारा ट्यूशन फीस वसूला भी जाता है, तो वह स्कूल के फिर से खुलने के बाद एक उचित समय के बाद ही लिया जाए। दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डी एन पटेल तथा जस्टिस हरिशंकर की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई करते हुए इस याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया, जिसमें प्राइवेट स्कूलों को कोरोना महामारी से उपजे हालात को देखते हुए छात्रों से ट्यूशन फीस नहीं लेने का निर्देश देने की मांग की गई थी।

स्कूलों द्वारा ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करना स्वागत योग्य- दिल्ली हाई कोर्ट

दिल्ली हाई कोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार के आदेश में कहा गया है कि दिल्ली के कई प्राइवेट स्कूलों द्वारा ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने के प्रयास स्वागत योग्य कदम हैं जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वर्ष 2020-21 के शिक्षण सत्र के दौरान छात्रों को पाठ्यक्रम संबंधी नुकसान नहीं हो। अदालत ने कहा कि हम पूरे मन से इस भावना का समर्थन करते हैं, स्कूलों तथा शिक्षकों द्वारा शिक्षा प्रदान करने में तथा ऑनलाइन प्लैटफॉर्मों के जरिए से कक्षाएं लगाने में मेहनत से किए गए प्रयासों का न्यायिक संज्ञान लिया जा सकता है, नियमित कक्षाओं में आमने-सामने छात्रों को पढ़ाने की ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने में शिक्षकों के प्रयासों से दूर-दूर तक तुलना नहीं की जा सकती।

दिल्ली में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 3314 पहुंची

आज दिल्ली में 206 कोरोना पॉजिटिव केस बढ़े हैं, दिल्ली में अब कुल 3314 कोरोना पॉजिटिव केस हो गए हैं, कोरोना बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या यहां 1078 हो गई है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या 54 हो चुकी है। दिल्ली के सभी 11 जिले कोरोना हॉटस्पॉट इलाके घोषित किए जा चुके हैं। दिल्ली में अब तक 99 कोरोना हॉटस्पॉट इलाके घोषित हो चुके हैं।

भारत में कोरोना पॉजिटिव केस 30 हजार के पार, मरने वालों की संख्या 961 पहुंची

गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की संख्या करीब 30 हजार से ज्यादा हो चुकी है, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 7248 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 961 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 30 लाख 87 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या 2 लाख, 12 हजार को पार कर चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 10 लाख, 12 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 56,900 हो चुकी  है।

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