अनलॉक-4 के तहत 7 सितंबर से दिल्ली मेट्रो के अलावा गुरुग्राम रैपिड मेट्रो और नोएडा-ग्रेटर नोएडा में चलने वाली एक्वा लाइन मेट्रो का भी संचालन शुरू होने जा रही है। वहीं, इस बीच मेट्रो यात्रियों के लिए बुरी खबर भी आ रही है। दिल्ली मेट्रो का परिचालन 7 सितंबर से शुरू होने पर भी फीडर बसों का परिचालन बंद रहेगा।
फीडर बसों व ई-रिक्शों का परिचालन नहीं होगा
अनलॉक-4 के तहत 7 सितंबर से दिल्ली मेट्रो के अलावा गुरुग्राम रैपिड मेट्रो और नोएडा-ग्रेटर नोएडा में चलने वाली एक्वा लाइन मेट्रो का भी संचालन शुरू होने जा रही है। वहीं, इस बीच मेट्रो यात्रियों के लिए बुरी खबर भी आ रही है। दिल्ली मेट्रो का परिचालन 7 सितंबर से शुरू होने पर भी फीडर बसों का परिचालन बंद रहेगा। इसके अलावा मेट्रो स्टेशनों से यात्रियों के गंतव्य तक पहुंचने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम यानि डीएमआरसी द्वारा संचालित ई-रिक्शों का परिचालन नहीं होगा, ताकि मेट्रो में ज्यादा भीड़ नहीं होने पाए। ऐसे में यात्रियों को मेट्रो स्टेशनों तक पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
फीडर बसों का दिल्ली के 32 रूटों पर है परिचालन
ध्यान रहे कि दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में 174 मेट्रो फीडर बसें हैं। इस फीडर बसों का दिल्ली के 32 रूटों पर परिचालन होता है, ताकि यात्री आसानी से मेट्रो स्टेशनों तक पहुंच सकें। 22 मार्च से मेट्रो का परिचालन बंद है, तब से फीडर बसों का परिचालन भी बंद है। फिलहाल इन फीडर बसों का परिचालन शुरू करने की योजना भी नहीं है। उधर, डीएमआरसी के मुताबिक, शुरुआत में मेट्रो में कम यात्रियों को ही सफर करने दिया जाएगा, इस वजह से स्टेशनों के 40 फीसदी गेट बंद भी रखे जाएंगे, इसलिए अभी मेट्रो फीडर बसों व ई-रिक्शा को सड़क पर उतारने की तैयारी नहीं है।
29 मेट्रो स्टेशनों से है ई-रिक्शा का परिचालन
वहीं, 29 मेट्रो स्टेशनों से 1050 ई-रिक्शा का परिचालन भी डीएमआरसी ही करता था, उन मेट्रो स्टेशनों के 3 से 4 किलोमीटर के दायरे में ई-रिक्शा की सुविधा उपलब्ध होती थी। हालांकि, कई इलाकों में निजी ऑपरेटर भी ई-रिक्शा का संचालन करते हैं, ऐसे ई-रिक्शों का परिचालन हो सकता है। ध्यान रहे कि 22 मार्च से ही दिल्ली मेट्रो के साथ एक्वा लाइन और गुरुग्राम रैपिड मेट्रो रेल का संचालन ठप है, जिसके चलते हजारों करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है, ऐसे में 7 सितंबर से मेट्रो ट्रेनों के संचालन से लोगों को राहत मिलेगी, साथ ही मेट्रो की कमाई भी होगी।