
दिल्ली में डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए दिल्ली के तीनों नगर निगम अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इस अभियान की शुरुआत कल यानि 25 अगस्त को होगी। इस अभियान के तहत दिल्ली के सांसद, विधायक और नगर पार्षद नागरिकों को जागरूक करेंगे।
नगर निगम के अभियान की शुरुआत 25 अगस्त से
दिल्ली में डेंगू-मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से लोगों को बचाने के लिए दिल्ली के तीनों नगर निगम अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इस अभियान की शुरुआत कल यानि 25 अगस्त को होगी। इस अभियान के तहत दिल्ली के सांसद, विधायक और नगर पार्षद नागरिकों को जागरूक करेंगे, साथ ही मच्छरजनित रोग न पनपें इसके लिए मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव भी किया जाएगा। सिविक सेंटर में इस अभियान की जानकारी देते हुए उत्तरी दिल्ली निगम के महापौर जय प्रकाश व पूर्वी दिल्ली निगम के महापौर निर्मल जैन ने बताया कि 25 अगस्त से 30 सितंबर तक यह अभियान चलेगा। इस अभियान के तहत नगर निगम के अधिकारी घर-घर जाकर जांच करेंगे। महापौर और अतिरिक्त आयुक्त (स्वास्थ्य) इस पूरे अभियान की निगरानी करेंगे।
इस अभियान में दूसरे संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा
उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि निगम ने डेंगू-मलेरिया के खिलाफ फरवरी महीने से ही कार्रवाई जारी है, लेकिन बरसात होने के बाद इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है इसलिए अभियान शुरू किया जा रहा है। पूर्वी दिल्ली निगम की महापौर निर्मल जैन ने कहा कि इस अभियान के तहत रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के साथ मार्केट एसोसिएशन और धार्मिक संस्थाओं को जोड़ा जाएगा, ताकि वह अपने मोहल्ले और परिसर को डेंगू मुक्त करने की जिम्मेदारी लें। निर्मल जैन ने कहा कि दिल्ली में जलभराव के कारण भी मच्छरों के पनपने का खतरा बढ़ गया है इसलिए दिल्ली सरकार को चाहिए कि वह जलभराव वाले स्थानों पर जलभराव रोकने की व्यवस्था करें।
सीएसआर फंड से होंगे बीमारियों पर रोकथाम
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के स्थायी समिति के अध्यक्ष राजदत्त गहलोत ने कहा कि निगम अभी वित्तीय संकट से जूझ रहा है। इसके बीच हम कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी यानि सीएसआर के तहत फंड जुटाने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि कुछ वित्तीय हालत सुधारने में मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि उनके तथा स्थायी समिति की उपाध्यक्ष तुलसी जोशी के प्रयासों से इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड यानि आईजीएल से निगम को सीएसआर फंड मिला है, जिसका उपयोग जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से बीमारियों की रोकथाम तथा इलाज के लिए नवीन उपकरणों को खरीदने में किया जाएगा।