शेयर बाजार (share market) में कल से बड़ा बदलाव होने जा रहा है, घरेलू शेयर बाजार कल से एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है, कल से बाजार में सौदा करने वाले निवेशकों को बड़ा फायदा मिलेगा।
27 जनवरी से होगा बड़ा बदलाव
शेयर बाजार में कल शुक्रवार यानि 27 जनवरी 2023 से बड़ा बदलाव होने जा रहा है, घरेलू शेयर बाजार कल से एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है, इसमें अंतिम सूची में शामिल बड़ी कंपनियों के शेयरों की खरीद-बिक्री का निपटान सौदा होने के 1 दिन बाद (टी प्लस 1) ही हो जाएगा। इससे ग्राहकों के लिए मार्जिन जरूरत कम होगी और नकदी बढ़ेगी जिससे खुदरा निवेश बढ़ेगा।
1 दिन के अंदर हो जाएगा निपटान
‘टी प्लस 1’ यानि ‘ट्रेड प्लस वन’ बताता है कि शेयर बाजार में व्यापार संबंधित सौदों का निपटान कारोबार के बाद 1 दिन के अंदर हो जाएगा। अब तक घरेलू शेयर बाजार में खरीद-बिक्री का निपटान सौदे के बाद 2 कामकाजी दिवस (टी प्लस 2) में होता है।
100 कंपनियां हुईं इस व्यवस्था में शामिल
ध्यान शेयर बाजार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई ने नवंबर 2021 में संयुक्त बयान में कहा था कि वे चरणबद्ध तरीके से ‘टी प्लस 1’ निपटान व्यवस्था शुरू करेंगे। इसकी शुरूआत 25 फरवरी 2022 से हुई, शुरू में बाजार मूल्यांकन के लिहाज से नीचे की 100 कंपनियां इस व्यवस्था में शामिल हुईं, उसके बाद बाजार पूंजीकरण मानदंड के आधार पर 500 शेयरों को मार्च के अंतिम शुक्रवार को शामिल किया गया, उसके बाद हर महीने अन्य शेयरों को शामिल किया जाता रहा।
जीरोधा ने दी जानकारी
घरेलू बाजार में 27 जनवरी 2023 से इक्विटी कैश सेगमेंट में सभी कारोबार अब ‘टी प्लस 1’ आधार पर होगा यानि सौदे के 1 दिन के भीतर उसका निपटान हो जाएगा। शेयर ब्रोकर कंपनी जीरोधा की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक शेयर, ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड), बॉन्ड, रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) और बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट) समेत प्रतिभूतियों की अंतिम सूची शुक्रवार से यानि 27 जनवरी 2023 से ‘टी प्लस 1’ निपटान व्यवस्था में जाएगी।
सेबी ने उठाया बड़ा कदम
यह पहली बार नहीं है जब भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने सौदा निपटान चक्र को कम करने के लिए कदम उठाया है। इससे पहले 2002 में बाजार नियामक ने निपटान में लगने वाले समय को ‘टी प्लस 5’ से घटाकर ‘टी प्लस 3’ किया था फिर 2003 में इसे कम कर ‘टी प्लस 2’ कर दिया गया।
जानिए क्या है एक्सपर्ट की राय?
मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि ‘टी प्लस 1’ निपटान व्यवस्था से नकदी के लिए अतिरिक्त दिन का इंतजार नहीं करना होगा। अपसाइड एआई के सह-संस्थापक अतनु अग्रवाल ने कहा कि दुनिया भर के ज्यादातर बाजार ‘टी प्लस 2’ आधार पर काम करते हैं। ‘टी प्लस 1’ निपटान व्यवस्था से देश इस मामले में अमेरिका से भी आगे होगा। अतनु अग्रवाल ने कहा कि यह काफी महत्वपूर्ण कदम है और भारत के वित्तीय परिवेश में एक और उपलब्धि है, यह बदलाव निश्चित रूप से नकदी का चलन बढ़ाएगा, यह सभी पक्षों यानि निर्गम जारी करने वाले, निवेशकों और मध्यस्थों के लिए काफी सकारात्मक है, इस व्यवस्था से मार्जिन जरूरत कम होगी और नकदी बढ़ेगी जिससे खुदरा निवेश बढ़ेगा।