क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया है। वर्ष 2022-23 के लिए वृहद वैश्विक परिदृश्य का अद्यतन करते हुए मूडीज ने कहा कि निर्यात, जीएसटी, माल ढुलाई जैसे आंकड़ें बताते हैं कि दिसंबर 2021 की तिमाही से वृद्धि ने गति पकड़ी है।
2022 में आर्थिक वृद्धि दर 8.8% रहने का अनुमान
मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने आज 26 मई 2022 को ऊंची महंगाई दर का हवाला देते हुए साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया, इससे पहले इसके 9.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था। वर्ष 2022-23 के लिए वृहद वैश्विक परिदृश्य का अद्यतन करते हुए मूडीज ने कहा कि निर्यात, जीएसटी, माल ढुलाई जैसे आंकड़ें बताते हैं कि दिसंबर 2021 की तिमाही से वृद्धि ने गति पकड़ी है और यह इस साल पहले 4 महीने जारी रही। हालांकि, कच्चे तेल, खाद्य और उर्वरक के दाम में तेजी से घरों की वित्तीय स्थिति और आने वाले महीनों में खर्च पर असर पड़ेगा। ऊर्जा और खाद्य मुद्रास्फीति को काबू में रखने के लिये नीतिगत दर में वृद्धि से मांग में सुधार की गति धीमी पड़ेगी।
इससे पहले आर्थिक वृद्धि दर 9.1% रहने का अनुमान था
मूडीज ने कहा कि ‘हमने साल 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया है। इससे पहले मार्च 2022 में इसके 9.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया था। हालांकि, वर्ष 2023 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 5.4 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।’ मूडीज ने कहा कि कर्ज में अच्छी वृद्धि, कंपनियों के बड़े स्तर पर निवेश की घोषणा और सरकार के बजट में पूंजीगत व्यय पर आवंटन बढ़ाए जाने से निवेश में मजबूती आने का संकेत मिलता है, अगर वैश्विक कच्चे तेल और खाद्य कीमतों में और वृद्धि नहीं होती है, तो अर्थव्यवस्था तेज वृद्धि की गति बनाए रखने के लिए पर्याप्त मजबूत लग रही है।