रिसर्च एजेंसी मॉर्गन स्टेनली ने कहा है कि भारत साल 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसके साथ ही मॉर्गन स्टेनली ने कहा कि आने वाले दशक में भारत का जीडीपी औसतन 6.5 फीसदी रहने वाला है, जबकि चीन का औसतन जीडीपी 3.6 फीसदी रह सकता है।
2032 तक GDP होगा 8.5 ट्रिलियन डॉलर
आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए बहुत अच्छी खबर सामने आई है। साल 2027 तक भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शुमार होगी। रिसर्च एजेंसी मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के चीफ एशिया इकॉनोमिस्ट चेतन अह्या ने ये भविष्यवाणी की है। मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगले 10 वर्षों में भारत का जीडीपी मौजूदा 3.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर दोगुना 8.5 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। मॉर्गन स्टेनली रिपोर्ट के मुताबिक, भारत हर वर्ष अपने जीडीपी (GDP) में 400 अरब डॉलर जोड़ेगा, इससे ज्यादा जीडीपी केवल अमेरिका और चीन का रहने वाला है।
2032 में मार्केट कैप 11 ट्रिलियन डॉलर होगा
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय शेयर बाजार का मार्केट कैपिटलाईजेशन (Market Capitalisation) दुनिया में तीसरी सबसे ज्यादा रहेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय बाजार का मार्केट कैप 2032 तक 3.4 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 11 ट्रिलियन डॉलर होने का अनुमान है, हालांकि ये सबकुछ बेहतर घरेलू और वैश्विक माहौल के बाद ही संभव होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके लिए निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ाने को लेकर बेहतर पॉलिसी पर जोर देना होगा।
सर्विसेज एक्सपोर्ट में हिस्सेदारी ज्यादा हुई
मॉर्गन स्टेनली के रिपोर्ट के मुताबिक, जीएसटी के लागू होने पर घरेलू बाजार के एकीकरण में मदद मिली है, साथ ही कॉरपोरेट टैक्स में कटौती के साथ देश में अलग-अलग सेक्टर्स में निवेश को बढ़ावा देने के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव का भी फायदा मिल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, सर्विसेज एक्सपोर्ट में भारत की हिस्सेदारी पहले से ही ज्यादा है और कोरोना महामारी के दौरान इसमें बढ़ोतरी देखने को मिली है।
अगले दशक में जीडीपी 6.5% रहेगा
मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, केवल अगले 7 वर्षों में भारत के जीडीपी में 3 ट्रिलियन डॉलर का इजाफा देखने को मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक आज जो भारत का जीडीपी है चीन का 2007 में हुआ करता था। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के वर्किंग जनसंख्या में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है जो ये दर्शाता है कि लंबी अवधि तक भारत विकास करता रहेगा। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आने वाले दशक में भारत का जीडीपी औसतन 6.5 फीसदी रहने वाला है, जबकि चीन का औसतन जीडीपी 3.6 फीसदी रह सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च लगातार बढ़ा रहा है साथ ही आधार के चलते डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का फायदा भी उसे मिलने वाला है। मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, भारत ग्लोबल ग्रोथ को ड्राइव करने वाला है, ऐसे में मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ ग्लोबल इंवेस्टर्स के लिए निवेश का यहां बेहतरीन अवसर है।