
भारत सरकार ने आज यानि 14 सितंबर को प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। भारत सरकार ने यह फैसला देश में प्याज की उपलब्धता को बढ़ाने और घरेलू बाजार में इसकी लगातार बढ़ती कीमत को नियंत्रित करने के लिए लिया है।
प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर रोक
विदेश व्यापार महानिदेशालय यानि डीजीएफटी की ओर से आज जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि प्याज की सभी किस्मों के निर्यात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाया जाता है। डीजीएफटी केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय का अंग है जो आयात-निर्यात संबंधी मामलों को देखता है। ध्यान रहे कि दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश के चलते इस बार प्याज की फसल को खासा नुकसान हुआ है, इसके चलते घरेलू बाजार में प्याज की कीमतें भी काफी बढ़ रही हैं। थोक मंडियों में 8 अगस्त के बाद से प्याज की कीमत बढ़ रही है।
पिछले वर्ष भी प्याज के निर्यात पर लगा था रोक
ध्यान रहे कि भारत ने अप्रैल से जून, 2020 के बीच करीब 19.8 करोड़ डॉलर के प्याज का निर्यात किया है। पिछले साल 44 करोड़ डॉलर के प्याज का निर्यात किया गया था। भारत से सबसे ज्यादा प्याज का निर्यात श्रीलंका, बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात यानि यूएई को होता है। इससे पहले भारत सरकार ने सितंबर, 2019 में भी प्याज के निर्यात पर रोक लगाई थी, उस समय मांग और आपूर्ति में बहुत ज्यादा अंतर आ जाने की वजह से प्याज की कीमतें आसमान छूने लगी थीं। महाराष्ट्र जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में बारिश और बाढ़ के चलते प्याज की फसल को भारी नुकसान पहुंचा था।