वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के कारण 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ाई की तैयारियों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। येचुरी ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई को लेकर केंद्र सरकार के प्रयास को नाकाम बताया है।
येचुरी ने कहा, मोदी सरकार ट्रंप के आगनमन की तैयारियों में थी व्यस्त
वैश्विक महामारी कोविड-19 संकट के कारण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कोरोना महामारी के विरुद्ध लड़ाई की तैयारियों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में केंद्र सरकार का प्रयास नाकाम साबित हो रहा है। सीताराम येचुरी ने आज ट्विट करके कहा कि हमारे देश में कोरोना संक्रमण का पहला केस 31 जनवरी, 2020 को आया था, लेकिन उस वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी पूरी सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आगमन के तैयारियों में व्यस्त थी।
येचुरी ने मोदी सरकार की तैयारियों को नाकाम बताया
येचुरी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के शुरुआत में ही केंद्र सरकार ट्रंप के भारत आगमन की तैयारियों के कारण ही कोरोना वायरस से निपटने के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण यानि पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट (पीपीई) की आपूर्ति का कोई इंतजाम और ना ही इस पर कोई योजना बनाई। उन्होंने कहा कि अभी रोजाना देश में 1 लाख पीपीई की जरूरत है, लेकिन 23 अप्रैल, 2020 तक हम इसका उत्पादन करीब 30 हजार ही कर पा रहे हैं।
लाखों देशवासी फिर से गरीबी के मुहाने पर
येचुरी ने आगे कहा कि मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है, लाखों देशवासी फिर से गरीबी के मुहाने पर खडे हैं, हमारे प्रधानमंत्री को इन गरीबों की कोई फिक्र ही नहीं है, वे एक बार भी ट्विट करके इन गरीबों के बारे में अभी तक कुछ नहीं कहा है, उनके पास इसके लिए समय ही कहां है। गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 6200 को पार कर चुकी है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 186 हो चुकी है।