
देशभर में चर्चा का केंद्र बने हाथरस कांड को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज 1 अक्टूबर को बड़ा बयान दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा है कि हाथरस मामले में मृतक लड़की से दुष्कर्म नहीं हुआ था।
मृतक लड़की से दुष्कर्म नहीं हुआ था- एडीजी
उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि आगरा के विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के मुताबिक, मृतक लड़की की दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि इस मामले को अनावश्यक तूल देकर माहौल खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशांत कुमार ने कहा कि उन लोगों पर कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने जातिगत तनाव पैदा करने के लिए गलत सूचना फैलाने की कोशिश की। ध्यान रहे कि हाथरस कांड को लेकर यूपी सरकार पूरी तरह बैकफुट पर आ गई है। इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कल 30 सितंबर को चर्चा की थी, जिसके बाद यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन किया था और उसमें गृह सचिव स्तर के अधिकारी शामिल हैं।
मृतक लड़की से सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि नहीं
वहीं, सफदरजंग अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मृतक लड़की से सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। ध्यान रहे कि 14 सितंबर को दरिंदगी की शिकार लड़की ने 16 दिन बाद 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। दिल्ली से रात में ही शव लेकर आई एंबुलेंस मृतका के घर के सामने से श्मशान स्थल की ओर जाने लगी तो परिवार की महिलाएं आगे लेट गईं, इस पर पुलिस ने लाठियां भांजी और उन्हें घसीटकर हटा दिया। दरअसल, इस पूरे मामले में प्रशासन ने जिस तरह संवेदनहीनता बरती उससे यूपी सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। पहले तो पीड़िता को समय पर इलाज नहीं मिला और फिर जिस तरह परिजनों के विरोध के बावजूद पुलिसकर्मियों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया उससे प्रशासन की मंशा पर भी सवाल उठे हैं।
आदित्यनाथ ने मृतक लड़की के पिता से बात की
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता की गर्दन के साथ शरीर में कई फ्रैक्चर होने का खुलासा हुआ था। रिपोर्ट में रीढ़ को गर्दन से जोड़ने वाली हड्डी में फ्रैक्चर होने की बात कही गई है। ध्यान रहे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉल के जरिए 30 सितंबर को रात मृतक लड़की के पिता से बात की और हरसंभव परिवार की मदद का भरोसा दिलाया। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, मृतका के परिवार के एक सदस्य को कनिष्ठ सहायक के पद पर नौकरी दी जाएगी, परिवार को 25 लाख रुपए की मदद के साथ ही हाथरस शहर में एक मकान भी दिया जाएगा।