Toolkit Case: शांतनु के बाद निकिता को भी गिरफ्तारी से राहत, बॉम्बे HC से मिली अग्रिम ट्रांजिट बेल

किसान आंदोलन से जुड़े टूलकिट केस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने आज आरोपी निकिता जैकब को बड़ी राहत दी है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने निकिता जैकब को तीन हफ्ते की अग्रिम ट्रांजिट बेल दे दी है, यानि इस दौरान दिल्ली पुलिस निकिता जैकब को गिरफ्तार नहीं कर सकती है।

निकिता जैकब को मिली अग्रिम ट्रांजिट बेल
बॉम्बे हाई कोर्ट ने आज 17 फरवरी को निकिता जैकब को तीन हफ्ते की अग्रिम ट्रांजिट बेल देने के साथ ही यह भी कहा कि अगर निकिता जैकब की गिरफ्तारी होती है, तो उन्हें 25 हजार के बॉन्ड पर राहत मिल सकती है। बॉम्बे हाई कोर्ट की जस्टिस पीडी नाइक की बेंच ने आज अपना फैसला सुनाते हुए औरंगाबाद बेंच के फैसले का भी जिक्र किया, जिसके बाद निकिता जैकब को राहत दी गई है। ध्यान रहे कि टूलकिट केस मामले में दिल्ली पुलिस ने निकिता जैकब के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।

निकिता का मोबाइल-लैपटॉप भी है जब्त
सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाई कोर्ट की ओर से कहा गया कि इस मामले में एफआईआर दिल्ली में ही दर्ज हुई है, साथ ही दिल्ली पुलिस ने निकिता जैकब के मोबाइल-लैपटॉप को भी जब्त किया है। निकिता जैकब के वकीलों की ओर से अदालत में दलील दी गई है कि निकिता दिल्ली पुलिस को जांच में साथ देने को तैयार है, लेकिन वो सिर्फ गैर-जमानती वारंट के खिलाफ अपील कर रही है, ताकि दिल्ली की अदालत में जाने से पहले अपने सबूत इकट्ठा कर सके।

दिल्ली पुलिस ने किया था टूलकिट केस का खुलासा
ध्यान रहे कि दिल्ली पुलिस ने ही किसान आंदोलन से जुड़े टूलकिट केस मामले का खुलासा किया था, इस मामले में बेंगलुरु से एक्टिविस्ट दिशा रवि को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसके बाद निकिता जैकब, शांतनु मुलुक की तलाश की जा रही थी, आरोप है कि निकिता और शांतनु भी खालिस्तानी समर्थकों के संपर्क में थे, जिन्होंने कथित टूलकिट को बनाने में सहायता की, ये वही टूलकिट थी जिसे दिशा रवि ने क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को भेजा था। इसी मामले से बेंगलुरु से गिरफ्तार की गई दिशा रवि भी 5 दिन की पुलिस हिरासत में है।

निकिता के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी
दिल्ली पुलिस की ओर से निकिता जैकब के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया गया था, जिसके बाद पेशे से वकील निकिता जैकब ने अदालत का रुख किया और इस मामले में राहत की अपील की थी, इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस का मानना है कि निकिता जैकब का रोल काफी बड़ा है और वो एक तरह से कमिटेड ऑपरेटर है, इसी कारण दिल्ली पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द निकिता जैकब उनकी पकड़ में आए, ताकि टूलकिट मामले की जांच को आगे बढ़ाया जाए।

शांतनु मुलुक को मिल चुकी है राहत
इसी मामले में 16 फरवरी को बॉम्बे हाई कोर्ट से अन्य आरोपी शांतनु मुलुक को राहत मिली थी, हाई कोर्ट ने शांतनु को 10 दिन की अग्रिम ट्रांजिट बेल दे दी थी, हालांकि इस मामले में दिल्ली पुलिस को पक्षकार नहीं बनाया गया था, जिस पर हाई कोर्ट में आपत्ति भी जाहिर की गई थी। आज जब निकिता जैकब मामले की सुनवाई हुई तब भी शांतनु मुलुक को राहत मिले जाने का हवाला दिया गया।

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