खुद को संत बताने वाले कालीचरण महाराज की मुसीबतें दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। कालीचरण महाराज के खिलाफ अब पुणे में भी भड़काऊ भाषण देने की वजह से मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले रायपुर में आयोजित धर्म सभा में महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में संत कालीचरण महाराज के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
कालीचरण महाराज पर पुणे में एफआईआर दर्ज
संत कालीचरण महाराज की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं, अब कालीचरण महाराज के खिलाफ अब पुणे में भड़काऊ भाषण देने की वजह से एफआईआर दर्ज किया गया है। 19 दिसंबर 2021 को पुणे के नातू बाग में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, इस कार्यक्रम में कालीचरण महाराज और बाकी वक्ताओं ने भाषण दिए थे, इन भाषणों की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, इसके बाद पुणे पुलिस ने इस कार्यक्रम का संज्ञान लेते हुए कालीचरण महाराज के साथ मिलिंद एकबोटे, नंदकुमार एकबोटे, मोहन शेटे और दीपक नागपुरे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दीपक नागपुरे पुणे नगर निगम की बीजेपी पार्षद मंजुषा नागपुरे के पति हैं। वहीं मिलिंद एकबोटे के खिलाफ इससे पहले भी भीमा कोरेगांव में हुए हिंसाचार समेत कई मामले दर्ज हैं।
कालीचरण ने गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की
ध्यान रहे कि इससे पहले खुद को कालीपुत्र बताने वाले कालीचरण महाराज ने रायपुर धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपशब्द कहे थे, इसको लेकर 26 दिसंबर 2021 की रात कांग्रेस ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, टीकरापारा थाने में कालीचरण महाराज के खिलाफ धारा 294 और 505 (2) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। इसके बाद 27 दिसंबर 2021 देर रात कालीचरण ने अपने यूट्यूब चैनल में 8 मिनट 51 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया था।
कालीचरण ने गांधी को वंशवाद का जनक कहा
वीडियो में कालीचरण महाराज ने कहा कि उसे इस बात का कोई अफसोस नहीं कि उसने गांधी के लिए अपशब्द कहे, बल्कि एक बार फिर कालीचरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आरोप लगाए हैं, उसने सरदार पटेल के बजाय नेहरू को प्रधामंत्री बनने पर सवाल उठाया है, इतना ही नहीं महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता नहीं वंशवाद का जनक बोला है।