वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च से 31 मई तक के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, जिसके कारण दिल्ली में फंसे प्रवासी मजदूरों तथा अन्य लोगों को दिल्ली सरकार द्वारा उनके घर वापस पहुंचाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
प्रवासी मजदूरों तथा अन्य लोगों के घर वापस वापसी के लिए आज से रजिस्ट्रेशन शुरू
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च से 31 मई तक के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, जिसके कारण दिल्ली में फंसे प्रवासी मजदूरों तथा अन्य लोगों को दिल्ली सरकार द्वारा उनके घर वापस पहुंचाने के लिए आज से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। https://epass.jantasamvad.org/train/passenger/ लिंक पर क्लिक कर दिल्ली में फंसे प्रवासी मजदूर तथा अन्य लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा कर ट्रेन के जरिए अपने राज्यों में जा सकेंगे।
ट्रेनों से घर जाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक- सिसोदिया
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज ट्विट करके इस लिंक को शेयर किया और बताया कि इन ट्रेनों से घर जाने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है, बिना रजिस्ट्रेशन के किसी को भी ट्रेन में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कल यानि 16 मई शाम तक 35 हजार यात्री अपने गृह राज्यों को भेजे जा चुके हैं, जबकि आज भी करीब 12 हजार यात्रियों को लेकर 8 ट्रेनें रवाना हुई हैं।
प्रवासी मजदूर दिल्ली में रहना चाहते हैं, तो उनका पूरा ध्यान रखेंगे- केजरीवाल
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में रह रहे प्रवासी मजदूरों की जिम्मेदारी हमारी है, अगर वो लोगा दिल्ली में रहना चाहते हैं तो उनका पूरा ध्यान हम रखेंगे तथा अगर वो अपने गांव लौटना चाहते हैं तो उनके लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई है, हम किसी भी हालत में उन्हें बेसहारा नहीं छोड़ेंगे।
दिल्ली से प्रवासी मजदूरों को बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश तथा तमिलनाडु भेजे गए
ध्यान रहे कि दिल्ली सरकार ने अब तक बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश तथा तमिलनाडु के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से प्रवासी श्रमिकों को भेजी है। अब तक दिल्ली सरकार केवल शेल्टर होम, रैन बसेरा या अन्य सरकारी इंतजामों के सहारे रह रहे प्रवासी मजदूरों या अन्य लोगों को श्रमिक स्पेशल ट्रेन के जरिए उनके राज्यों में भेज रही है।