देश का पहला 14 लेन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे जनता के लिए आज से खुला, अपना वादा पूरा किया- गडकरी

दिल्ली से मेरठ आने-जाने वाले यात्रियों के लिए आज का दिन खुशियों का सौगात लेकर आया है, क्योंकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को आज से जनता के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया है

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे आज से खुला
देश का पहला 14 लेन का दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को आज 1 अप्रैल से जनता के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया है, जिसके कारण अब दिल्ली से मेरठ तक का सफर आसान हो गया है। दिल्ली्-मेरठ एक्सप्रेसवे को खुलने से अब दिल्ली से मेरठ का सफर ढाई घंटे से घटकर 45 मिनट का हो गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज सुबह ट्विट करके दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को खुलने की जानकारी दी। हालांकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का औपचारिक उद्घाटन होना अभी बाकी है।

अपना वादा पूरा किया- गडकरी
नितिन गडकरी ने एक वीडियो ट्विट करते हुए कहा कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे अब पूरा हो चुका है और यातायात के लिए खोल दिया गया है, हमने दिल्ली-मेरठ के बीच यात्रा का समय 2.5 घंटे से घटाकर 45 मिनट करने का अपना वादा पूरा किया है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को कल यानि 31 मार्च को खोला जाना था, लेकिन कुछ तकनीकी अड़चनों के कारण एक्सप्रेस वे खोलने की तारीख 1 अप्रैल कर दी गई थी।

एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 82.01 किलोमीटर
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की खास बात यह है कि ये एक्सप्रेसवे पूरी तरह से सिग्नल फ्री है, एक्सप्रेसवे पर कुतुब मीनार, अशोक स्तंभ जैसे स्मारक चिन्ह भी लगाए जाएंगे, सड़क के दोनों तरफ वर्टिकल गार्डन भी विकसित किए जाएंगे, बिजली की बचत की खातिर सोलर सिस्टम से जलने वाली लाइटें भी लगाई जाएंगी। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 8346 करोड़ है, वहीं एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 82.01 किलोमीटर है। इस एक्सप्रेस वे पर कार की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा और कमर्शियल वाहनों की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार रखी गई है।

एक हफ्ते तक टोल नहीं वसूला जाएगा
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर शुरुआती एक हफ्ते तक किसी तरह का टोल नहीं वसूला जाएगा, क्योंकि अभी तक इस एक्सप्रेसवे के लिए टोल की दरें तय नहीं हुई हैं, टोल की दरें तय होने के बाद से टोल वसूली शुरू होगी। पूरे एक्सप्रेसवे पर करीब 5000 स्ट्रीट लाइट लगी हुई हैं। दिल्ली से डासना तक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे 14 लेन का है, जबकि डासना से मेरठ तक यह 6 लेन का है।

मोदी ने 2015 में रखी थी इस प्रोजेक्ट की नींव
ध्यान रहे कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को दिल्ली से जोड़ने की कवायद साल 2008 में शुरु हुई थी, जबकि साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट की नींव रखी थी, लेकिन कोरोना वायरस के चलते इस प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब 1 साल से भी ज्यादा समय की देरी हुई, लेकिन अब यह आम जनता के लिए खोल दिया गया है।

Load More Related Articles
Load More By RN Prasad
Load More In देश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

ईरान का इजरायल पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला, 1 घंटे में 200 मिसाइलें दागी, ईरानी राष्ट्रपति ने कहा- यह इजराइली हमले का जवाब, नेतन्याहू ने कहा- इसकी भारी कीमत चुकानी होगी

ईरान ने मंगलवार की रात इजराइल पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला किया, ईरान ने इजराइल पर 1 घंटे म…