
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में फर्जी कोरोना दिखाकर अरबों रुपए का घोटाला किया गया है।
बिहार में कोरोना टेस्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने आज 11 फरवरी को बिहार में कोरोना टेस्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि बिहार में फर्जी कोरोना टेस्ट दिखाकर नेता और अधिकारियों ने अरबों रुपए का घोटाला किया है। तेजस्वी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके कहा कि बिहार की आत्माविहीन भ्रष्ट नीतीश कुमार सरकार के बस में होता तो कोरोना काल में गरीबों की लाशें बेच-बेचकर भी कमाई कर लेती। उन्होंने आगे कहा कि एक अखबार की जांच में यह साफ हो गया है कि सरकारी दावों के उलट कोरोना टेस्ट हुए ही नहीं और मनगढ़ंत टेस्टिंग दिखा अरबों रुपए का हेर-फेर कर दिया।
फर्जी टेस्ट दिखाकर अरबों रुपए का बंदरबांट- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि हमारे द्वारा जमीनी सच्चाई से अवगत कराने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय बड़े अहंकार से दावे करते थे कि बिहार में सही टेस्ट हो रहे हैं, टेस्टिंग के झूठे दावों के पीछे का असली खेल अब सामने आया है कि फर्जी टेस्ट दिखाकर नेताओं और अधिकारियों ने अरबों रुपए का बंदरबांट किया है। गौरतलब है कि तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार की सरकार पर घोटाले का आरोप लगाते रहे हैं। तेजस्वी यादव ने सार्वजनिक तौर पर कई बार नीतीश कुमार को ‘भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह’ बता चुके हैं।
कोरोना टेस्ट में बिहार देश में दूसरे नंबर पर
ध्यान रहे कि बिहार कोरोना टेस्ट के मामले में देश में दूसरे नंबर पर है। बिहार में अब तक यानि आज 11 फरवरी तक 2,18,12,681 कोरोना टेस्ट हुआ है, जबकि देश में बिहार से ज्यादा उत्तर प्रदेश में आज 11 फरवरी तक 2,91,67,417 कोरोना टेस्ट हुआ है। कोरोना टेस्ट को लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार पर सवाल खड़ा करते रही है, हालांकि नीतीश सरकार ने कोरोना टेस्ट की गति बढ़ाने का दावा करती रही है।