वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च से 31 मई तक 68 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, फिर भी कोरोना का कहर देश में दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इस बीच देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमित केस अब तक का एक दिन में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा आया है।
पिछले 24 घंटों में देश में रिकॉर्ड 6654 कोरोना संक्रमित केस
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार द्वारा 25 मार्च से 31 मई तक 68 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन जारी है, फिर भी कोरोना का कहर देश में दिन पर दिन लगातार बढ़ता ही जा रहा है, इस बीच देश में पिछले 24 घंटों में 6654 कोरोना संक्रमित केस अब तक का एक दिन में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा आया है, जबकि पिछले 24 घंटों में 137 कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1,25,101 पहुंची
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुलेटिन के मुताबिक, देश में अब तक कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 1,25,101 पहुंच गई, जबकि अब कोरोना से मरने वालों की संख्या 3720 पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, फिलहाल देश भर में कुल 69,597 एक्टिव कोरोना केस हैं तथा 51.784 कोरोना मरीज ठीक हो चुके हैं, जिनमें से 1 मरीज देश से बाहर चला गया है।
अगर देश में लॉकडाउन नहीं लगा होता तो अब तक 20 लाख मामले होते– भारत सरकार
ध्यान रहे कि भारत सरकार ने एक बार फिर दावा किया है कि लॉकडाउन ने कोरोना महामारी पर ब्रेक लगाने में कामयाबी हासिल की है। केंद्रीय सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के सचिव प्रदीप श्रीवास्तव ने आज 5 गणितीय अनुमानों के आधार पर एक आंकड़ा पेश किया, जिसके मुताबिक, अगर देशव्यापी लॉकडाउन नहीं लगाया गया होता तो अब तक भारत में कोविड-19 के करीब 20 लाख मामले सामने आ गए होते तथा कोरोना से करीब 54 हजार लोगों की मौत हो चुकी होती।