राजन ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए नया तरीका ढूंढना होगा, सरकार को बेहद सावधानी बरतनी होगी !

वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन का मार झेल रही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा है कि भारत को इससे बाहर निकलने तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए नया तरीका ढूंढना होगा।

आर्थिक गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू करना पड़ेगा- राजन

वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन का मार झेल रही भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने एक अखबार को दिए गए इंटव्यू के दौरान कहा है कि भारत को इससे बाहर निकलने तथा अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए नया तरीका ढूंढना होगा। राजन ने कहा कि जीवन के साथ-साथ आजीविका बचाने के लिए आर्थिक गतिविधियों को धीरे-धीरे शुरू करना पड़ेगा।

कोरोना के बाद का समय वित्तीय अस्थिरता-राजकोषीय संकट वाला नहीं होना चाहिए

रघुराम राजन ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद का समय वित्तीय अस्थिरता तथा राजकोषीय संकट वाला नहीं होना चाहिए, जैसा कोरोना संकट शुरू होने के समय था। उन्होंने कहा कि इसके लिए उल्लेखनीय सुधारों की आवश्यकता होगी तथा इन सुधारों पर हम किस तरह राजनीतिक एकमत कायम करते हैं, यह मूल सवाल होगा। राजन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ये सुधार नहीं किए गए तो भारत बेहद अप्रभावी तरीके से आगे बढ़ेगा तथा एक बहुत बड़ी युवा आबादी वाले देश के लिए यह अच्छा नहीं होगा।

लॉकडाउन से धीरे-धीरे बाहर निकलने की जरूरत- राजन

देशव्यापी लॉकडाउन को हटाए जाने के बारे में रघुराम राजन ने कहा कि भारत को इससे धीरे-धीरे बाहर निकलने की जरूरत है, जिन जगहों पर कोरोना संक्रमण सबसे कम है, वहां लॉकडाउन को पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ हटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत लंबे समय तक देशव्यापी लॉकडाउन में नहीं रह सकता है। रघुराम राजन ने केंद्र सरकार की तरफ से पैकेज के बारे में चेताते हुए कहा कि इस बारे में लोगों को बेहद सजग रहना होगा तथा यह सुनिश्चित करना होगा कि इससे करेंसी पर कोई असर न पड़े तथा ब्याज दरें नहीं बढ़ें।

कोई भी स्कीम बनाते समय सरकार को बेहद सावधानी बरतनी होगी  

रघुराम राजन ने कहा कि कोई भी स्कीम बनाते समय केंद्र सरकार को बेहद सावधानी बरतनी होगी। रघुराम राजन ने अमेरिका-चीन के बीच कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर तनाव पर कहा कि भारत ने इससे दूर रहने की दिशा में बहुत ही बेहतर काम किया है। ध्यान रहे कि रघुराम राजन वर्तमान में अमेरिका के शिकागो यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं, राजन का भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का 3 वर्ष का कार्यकाल सितम्बर, 2016 में खत्म हुआ था, उसके बाद वो शिकागो यूनिवर्सिटी ज्वाइन कर लिए थे।

भारत में कोरोना पॉजिटिव केस 26,400 के पार, मरने वालों की संख्या 827 पहुंची

गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की संख्या करीब 26,400 से ज्यादा हो चुकी है, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 6024 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 827 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 29 लाख 34 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या 2 लाख, 3 हजार को पार कर चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 9 लाख 61 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 54,200 हो चुकी  है।

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