
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई, 2020 तक कर दिए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना संकट का हल नहीं है। राहुल ने कहा, लॉकडाउन एक तरह से पॉज बटन की तरह है।
लॉकडाउन कोरोना संकट का हल नहीं- राहुल
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 14 अप्रैल के बीच 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाकर 3 मई, 2020 तक कर दिए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना संकट का हल नहीं है। कांगेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन कोरोना संकट का हल नहीं है, यह एक तरह से पॉज बटन की तरह है, इस लॉकडाउन से कोरोना को कुछ समय के लिए रोक सकते हैं, मगर खत्म नहीं किया जा सकता है, जब देश लॉकडाउन से बाहर आएगा, तो इसका असर फिर से दिखना शुरू हो जाएगा।
राहुल ने कहा, लॉकडाउन से कोरोना को हरा नहीं सकते
राहुल गांधी ने एक सवाल सवाल का जवाब देते हुए कहा कि मैंने पिछले एक-दो महीने में कई एक्सपर्ट से बात की है, लॉकडाउन कोरोना संकट का हल नहीं है, लॉकडाउन सिर्फ तैयारी करने का समय देता है, लॉकडाउन से कोरोना महामारी को हरा नहीं सकते हैं। राहुल ने केंद्र की मोदी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि देश में रणनीति के तहत कोरोना टेस्टिंग होनी चाहिए, अगर कोरोना से लड़ना है तो टेस्टिंग को बड़े पैमाने पर बढ़ाना होगा, हमें उन इलाकों में टेस्टिंग करनी होगी, जहां कोई केस नहीं है, अभी रैंडम टेस्टिंग की जरुरत है देश को। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरे देश को एकजुट होना पड़ेगा, केंद्र सरकार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से खुलकर बात करनी चाहिए तथा उनकी मांगों को सुनना चाहिए, उन्हें ज्यादा से ज्यादा अधिकार देना चाहिए।
केंद्र सरकार को ताकत तथा संसाधन का सही से इस्तेमाल करना होगा
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए देश को दो मोर्चों पर काम करना है, पहला हेल्थ तथा दूसरा अर्थव्यवस्था पर। उन्होंने कहा कि सरकार फूड का सेफ्टी नेट तैयार करे, जिसके पास राशन कार्ड नहीं भी है, उसे भी मुफ्त राशन दीजिए, न्याय योजना के तहत पैसे दीजिए, भले ही आप इस योजना का नाम न दें, दूसरा नाम ही यूज करें। राहुल ने केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि सिर्फ लॉकडाउन से बात नहीं बनेगी, आपको अपने ताकत तथा संसाधन का सही से इस्तेमाल करना होगा, कोरोना महामारी को लेकर अभी देश में इमर्जेंसी जैसी हालात हैं।
मोदी जी से असहमत होता हूं, मगर अभी लड़ने का समय नहीं- राहुल
राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस दिन कोविड-19 को हिन्दुस्तान ने हरा दिया, उस दिन मैं बताउंगा प्रधानमंत्री मोदी से कि आपसे कहां कमी रह गई, आज मैं कंस्ट्रक्टिव सजेशन देना चाहता हूं, मैं तू-तू-मैं-मैं नहीं करना चाहता हूं। राहुल ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से असहमत होता हूं, मगर आज मोदी जी से लड़ने का समय नहीं है, बल्कि एकजुट होकर कोरोना महामारी से लड़ने का समय है।
लॉकडाउन को रणनीति के तहत खोलना होगा
राहुल ने कहा कि देशव्यापी लॉकडाउन को रणनीति के तहत खोलना होगा, अगर कोरोना से लड़ना है, तो हिन्दुस्तान को जाति-धर्म को भुलकर एकजुट होना होगा, जहां हिन्दुस्तान ने बीच में लड़ाई की, तो बात वहीं खत्म हो जाएगी। राहुल ने देशासियों से कहा कि आपको इस कोरोना महामारी से डरने की जरूरत नहीं है, भारत इससे लड़ेगा और जीतेगा, यह थोड़ा कठिन तथा मुश्किल जरुर है, मगर हम सब को इससे मिलकर लड़ना है।
भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 12,900 के पार, मरने वालों की संख्या 428 पहुंची
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 12,700 को पार कर चुकी है, कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 1594 हो गई है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 428 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 21 लाख पहुंच चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या करीब 1 लाख, 36 हजार पहुंच चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 6 लाख 44 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 28,500 हो चुकी है।