पहाड़ के पारंपरिक छोलिया नृत्य के संरक्षण और उसके उत्थान के लिए समाज सेवी संस्था दीया द्वारा अल्मोरा के दौटियाल गाँव, में SRVM स्कूल में छोलिया नृत्य की पांच दिवस की कार्यशाला की गई.दीया संसथान राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा, संस्कृति और कला के क्षेत्र में विगत 12 सालों से सराहनिय कार्य कर रही है.
दीया के संस्थापक व छोलिया नृत्य पर बनी प्रथम फीचर फिल्म छोल्यार के मुख्य अभिनेता देवा धामी के द्वारा इस कार्य शाला की रूप रेखा तैयार की गई जो की SRVM स्कूल के साथ अन्य स्कूल में भी की जाएगी. छोल्यार फिल्म दीया संसथान व् देसी इंजन प्रोडक्शन के बैनर तले बनी सन 2018 में रिलीज़ हुई थी जो की उत्तराखंड व् दिल्ली एनसीआर के कई सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी.
दीया के संस्थापक देवा धामी ने हमेशा अपनी निजी ज़िन्दगी में भी छोलिया नृत्य को जिया और करा है इसलिए उनका छोलिया नृत्य से बचपन से ही काफी लगाव भी रहा है. उनके इन्ही प्रयासों से आज लुप्त हो रहा छोलिया नृत्य को राष्ट्रीय व् अंतरराष्ट्रीय स्थर पर पहले से ज्यादा पहचान भी मिली. और इसी सोच के साथ उन्होंने छोलिया नृत्य के कार्य शाला को शुरू किया. दीया संस्था की ओर से टीम के अन्य सदस्य वीरेंद्र राव, सुनैना आर्य, श्वेता पांडे,पीआरओ दिव्या रॉय, एवम कैमरामैन साजन भंडारी ने भी पूरे कार्य को संचालित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
निर्धन वर्ग के बच्चों की पढ़ाई और चहुंमुखी विकास के लिए डॉक्टर लीलाधर भट्ट श्री राम विद्या मन्दिर,डोटियाल गांव , टाकुला प्रयासरत है।इस कार्यक्रम में प्रिंसिपल श्री एन.के पंत, वाइज प्रिंसिपल मीनाक्षी पाठक एवम वहां के टीचर हीरा सिंह राठोर,ललित पंत,तनुजा जोशी का का मुख्य योगदान रहा, जिनके बीच काम कर के दीया संस्था को बहुत अच्छा लगा और दीया संस्था उनके समग्र विकास की कामना करती है।