प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में पाक पर निशाना साधा, कहा- कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता

वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में सबसे पहले कारगिल विजय दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि 21 साल पहले भारतीय सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था।

21 साल पहले आज के दिन कारगिल युद्ध में सेना ने जीत का झंडा फहराया था- मोदी

वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ में सबसे पहले कहा कि प्यारे देशवासियो, नमस्कार, आज 26 जुलाई है, आज का दिन बहुत खास है, आज ‘कारगिल विजय दिवस’ है, 21 साल पहले आज के ही दिन कारगिल के युद्ध में हमारी सेना ने भारत की जीत का झंडा फहराया था।

भारत कभी नहीं भूल सकता कारगिल युद्ध- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कारगिल का युद्ध जिन परिस्थितियों में हुआ था, वो भारत कभी नहीं भूल सकता, दुष्ट का स्वभाव ही होता है सबसे बिना वजह दुशमनी करना, हित करने वाले का भी नुकसान सोचना, पाकिस्तान ने पीठ पर छुरा घोंपा था, जिसे जवानों ने नाकाम कर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बड़े-बड़े मंसूबे पालकर भारत की भूमि हथियाने और अपने यहां चल रहे आंतरिक कलह से ध्यान भटकाने को लेकर दुस्साहस किया था, आप कल्पना कर सकते हैं ऊंचे पहाड़ों पर बैठा हुआ दुश्मन और नीचे से लड़ रही हमारी सेना, हमारे वीर जवान, लेकिन जीत पहाड़ की ऊंचाई की नहीं, भारत की सेनाओं के ऊंचे हौंसले और सच्ची वीरता की हुई।

आज देश भर में लोग कारगिल विजय को याद कर रहे हैं- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साथियों उस समय मुझे भी कारगिल जाने और हमारे जवानों की वीरता के दर्शन का सौभाग्य मिला, वो दिन मेरे जीवन के सबसे अनमोल क्षणों में से एक है, मैं देख रहा हूं कि आज देश भर में लोग कारगिल विजय को याद कर रहे हैं, सोशल मीडिया पर हैशटैग करेज इन कारगिल के साथ लोग अपने वीरों को नमन कर रहें हैं, जो शहीद हुए हैं उन्हें श्रद्धांजलि दे रहें हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज सभी देशवासियों की तरफ से हमारे इन वीर जवानों के साथ-साथ, उनकी माताओं को भी नमन करता हूं, जिन्होंने मां भारती के सच्चे सपूतों को जन्म दिया।

अटल जी की बात आज भी प्रासंगिक है- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरा देश के नौजवानों से आग्रह है कि आज दिनभर कारगिल विजय से जुड़े हमारे जाबाजों की कहानियां, वीर-माताओं के त्याग के बारे में एक-दूसरे को बताएं, शेयर करें। उन्होंने कहा कि साथियो कारगिल युद्ध के समय अटल जी ने लालकिले से जो कहा था, वो आज भी हम सभी के लिए बहुत प्रासंगिक है, राष्ट्र सर्वोपरी का मंत्र लिए, एकता के सूत्र में बंधे देशवासी, हमारे सैनिकों की ताकत को कई हजार गुना बढ़ा देते हैं, हमारे यहां तो कहा गया है न ‘संघे शक्ति कलौ युगे’।

देश ने एकजुट होकर कोरोना का मुकाबला किया है- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से देश ने एकजुट होकर जिस तरह कोरोना से मुकाबला किया है, उसने अनेक आशंकाओं को गलत साबित किया है, देश में रिकवरी रेट अन्य देशों के मुकाबले बेहतर है, मृत्यु-दर भी दुनिया के ज्यादातर देशों से काफी कम है, भारत अपने लाखों देशवासियों का जीवन बचाने में सफल भी रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ हमें कोरोना के खिलाफ लड़ाई को पूरी सजगता और सतर्कता के साथ लड़ना है, तो दूसरी ओर कठोर मेहनत से व्यवसाय, नौकरी, पढ़ाई जो भी कर्तव्य हम निभाते हैं, उसमें गति लानी है, उसको नई ऊंचाई पर ले जाना है।

कोरोना अभी भी उतना ही घातक है, जितना शुरुआत के दिनों में था- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि साथियों कोरोना काल में तो हमारे ग्रामीण क्षेत्रों ने पूरे देश को दिशा दिखाई है, गांवों से स्थानीय नागरिकों और ग्राम पंचायतों के अनेक अच्छे प्रयास लगातार सामने आ रहे हैं, कोरोना का खतरा टला नहीं है और अभी भी वह उतना ही घातक है जितना शुरुआत के दिनों में था, उन्होंने लोगों से पूरी सावधानी बरतने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि सकारात्मक अप्रोच से हमेशा आपदा को अवसर में विपत्ति को विकास में बदलने में मदद मिलती है, हम कोरोना के समय भी देख रहे हैं कि कैसे देश के युवाओं-महिलाओं ने टैलेंट और स्किल के दम पर कुछ नए प्रयोग शुरू किए हैं।

भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हटकर काम हो रहा है- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छोटे-छोटे स्थानीय उत्पादों से कैसे बड़ी सफलता मिलती है, इसका एक उदहारण झारखंड से भी मिलता है। उन्होंने कहा कि मैं देश के दो इलाकों के बारे में भी बात करना चाहता हूं, दोनों एक-दूसरे से सैकड़ों किलोमीटर दूर हैं और अपने-अपने तरीके से भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कुछ हटकर के काम कर रहे हैं, एक है लद्दाख और दूसरा है कच्छ, लद्दाख में एक विशिष्ट फल होता है जिसका नाम चूली या एप्रिकोट यानि खुबानी, दूसरी ओर कच्छ में किसान ड्रैगन फ्रूट्स की खेती के लिए सराहनीय प्रयास कर रहे हैं, आज कई किसान इस कार्य में जुटे हैं, फल की गुणवत्ता और कम जमीन में ज्यादा उत्पाद को लेकर काफी इनोवेशन किए जा रहे हैं।

इस बार 15 अगस्त भी अलग परिस्थितियों में होगा- मोदी

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस समय देश का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ से जूझ रहा है। बिहार, असम जैसे राज्यों के कई क्षेत्रों में तो बाढ़ ने काफी मुश्किलें पैदा की हुई हैं, ऐसे में हर तरह से, राहत और बचाव के काम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार 15 अगस्त भी अलग परिस्थितियों में होगा, कोरोना महामारी की आपदा के बीच होगा, हमारा देश आज जिस ऊंचाई पर है, वो कई ऐसी महान विभूतियों की तपस्या की वजह से है, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

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