भारत-चीन सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अचानक लद्दाख पहुंच गए, जहां उन्होंने लद्दाख के नीमू पोस्ट में थलसेना तथा वायुसेना के अधिकारियों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान जवानों को संबोधित भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी अचानक लद्दाख पहुंचे
भारत-चीन सीमा विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अचानक लद्दाख पहुंच गए, जहां उन्होंने लद्दाख के नीमू पोस्ट में थल सेना तथा वायु सेना के अधिकारियों से मुलाकात की, इस दौरान अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को एलएसी पर वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दिया। इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद रहें, इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने गलवान घाटी में घायल हुए जवानों से हॉस्पिटल में जाकर मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जवानों का उत्साह बढ़ाया
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लद्दाख दौरे के दौरान जवानों को संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के जरिए उन्होंने जहां एक तरफ भारतीय जवानों का उत्साह बढ़ाया वहीं दूसरी तरफ चीन को खूब खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि भारतीय जवानों ने दुनिया को अपनी बहादुरी का नमूना दिखाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने लद्दाख में चीनी हरकतों पर तंज सकते हुए कहा कि अब विस्तारवाद का जमाना चला गया है, ये विकासवाद का वक्त है।
आपका साहस इन ऊंचाइयों से कहीं अधिक है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जवानों को कहा कि आपने और आपके साथियों ने जो बहादुरी दिखाई, उससे भारत की ताकत के बारे में दुनिया को एक संदेश गया है, आपका साहस इन ऊंचाइयों से कहीं अधिक है, जहां आज आप तैनात हैं, मैं एक बार फिर गलवान घाटी में शहीद हुए बहादुर सैनिकों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, आत्मनिर्भर भारत का संकल्प आपका ये त्याग, बलिदान, पुरुषार्थ के कारण और भी मजबूत होता है।
आपकी बहादुरी और वीरता के किस्से देश के हर घर में गूंज रहे हैं- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आपकी बहादुरी के बारे में हर जगह बात की जाएगी, आपकी बहादुरी और वीरता के किस्से देश के हर घर में गूंज रहे हैं, भारत माता के दुश्मनों ने आपकी अंदर धधक रही आग को और भड़का दिया है, जो कमजोर हैं वे कभी भी शांति की पहल नहीं कर सकते, शौर्य शांति के लिए एक पूर्व-आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विश्व युद्ध हो या शांति, जब भी आवश्यकता होती है दुनिया ने हमारे बहादुर जवानों की जीत और शांति के प्रति उनके प्रयासों को देखा है, हमने मानवता की भलाई के लिए काम किया है।
विस्तारवाद का युग खत्म हो चुका है, ये युग विकासवाद का है, यही प्रासंगिक है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विस्तारवाद का युग खत्म हो चुका है, ये युग विकासवाद का है, यही प्रासंगिक है, बीती शताब्दियों में विस्तारवाद ने ही मानवता का सबसे ज्यादा नुकसान किया है, विस्तारवाद की जिद जिस पर सवार होती है, उसने शांति के लिए खतरा पैदा किया है, लेकिन इतिहास गवाह है कि ऐसी ताकतें मिट गई हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग बांसुरीवाले कृष्ण की पूजा करते हैं और हम ही सुदर्शन चक्र धारी कृष्ण को भी पूजते हैं।
हर पहाड़, हर चोटी भारतीय सैनिकों की वीरता की गवाह है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं अपने सामने बैठी महिला सैनिकों को देख रहा हूं, सीमा पर युद्ध के मैदान में यह दृश्य प्रेरणादायक है, आज मैं आपके गौरव की बात करता हूं, हमने सीमा क्षेत्र में बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च को तीन गुना बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि लेह, लद्दाख से लेकर सियाचिन और कारगिल तक और गलवान का बर्फीला पानी, हर पहाड़, हर चोटी भारतीय सैनिकों की वीरता की गवाह है।