
वैश्विक महामारी कोविड-19 का संकट देश में बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे हालात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर समीक्षा की।
मोदी ने की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक
वैश्विक महामारी कोविड-19 का संकट देश में बढ़ता ही जा रहा है, ऐसे हालात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर समीक्षा की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मंदी गमझे का मास्क पहले हुए थे, इसके जरिए भी उन्होंने देशवासियों को यह संदेश दी कि कोरोना से बचने के लिए नाक तथा मुंह को ढकना होगा, जरूरी नहीं है कि मास्क महंगे ही हों।
दिल्ली, महाराष्ट्र सरकार ने मास्क लगाना किया अनिवार्य
ध्यान रहे कि कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र को लोगों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर आपके पास मास्क खरीदने के लिए पैसे नहीं तो कोई बात नहीं, आप गमझे और रुमाल से भी मुंह और नाक ढक सकते हैं। उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश के लोग गमझा रखते ही हैं ना, तो गमझे से ही नाक, मुंह ढक कर निकलना चाहिए। दिल्ली, महाराष्ट्र सरकार ने मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है।
मोदी की बैठक में अधिकतर मुख्यमंत्री हुए शामिल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस समीक्षा बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश सिंह बघेल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री वीएस येदियुरप्पा समेत देश के अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए।
बैठक में लॉक डाउन बढ़ाने की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस समीक्षा बैठक में 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन की अवधि भी खत्म होने वाली है, इस विषय पर भी चर्चा हुई कि इससे खत्म किया जाए या आगे बढ़ाया जाए। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लॉक डाउन को आगे बढ़ाने की जोरदार मांग की। इस बैठक में लॉक डाउन को लेकर केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त लॉक डाउन खोलना उचित नहीं है, अगर लॉक डाउन 14 अप्रैल को खत्म भी करना है, किन शर्तों खत्म होगी इस पर चर्चा होनी चाहिए, उन्होंने का कि इसे अभी 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाना चाहिए। इस बैठक में अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने देश व्यापी लॉक डाउन को बढ़ाने का सुझाव दिया।
कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि जो राज्य सरकारों का निर्णय या सुझाव है, उस पर अमल किया जाएगा। मोदी ने कहा कि मैं 24 घंटे उपलब्ध हूं, कोरोना मामले पर देश के सभी मुख्यमंत्री किसी भी समय मुझे कोई भी सुझाव दे सकते हैं, हमलोगों को इस संकट के वक्त कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ इस बैठक में कहा कि लॉक डाउन की बात करते हुए कहा कि मैंने कहा था कि- जान है तो जहान है, जब मैंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था, तो मैंने बल दिया था कि हर नागरिक की जान बचाने के लिए लॉक डाउन और सोशल डिस्टेसिंग का पालन बहुत आवश्यक है, देशवासियों ने इस बात को समझा और घरों में रहकर अपना दायित्व भी निभाया है। मोदी ने आगे कहा कि हम सभी ने इसी मंत्र पर चलते हुए देशवासियों की जिंदगी बचाने का प्रयास किया है।
ममता ने मोदी से वित्तीय मदद की मांग की
इस बैठक में बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लॉकडाउन के चलते राज्यों की जीडीपी गिरी है, इसलिए इसके भरपाई के लिए जरुरी है कि केंद्र सरकार सभी राज्यों को वित्तीय मदद दे, राज्य ताकि कोरोना महामारी से पूरी ताकत से लड़े। गौरतलब है अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 7800 को पार कर चुकी है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 250 हो चुकी है।