वैश्विक महामारी कोविड-19 के कहर के बीच कल अम्फान चक्रवात ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपना भीषण कहर मचाया, जिसकी वजह से दोनों राज्यों में भारी तबाही हुई तथा 13 लोगों की मौत हो गई, जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है।
अम्फान चक्रवात से भारी तबाही तथा 13 लोगों की मौत
वैश्विक महामारी कोविड-19 के कहर के बीच कल यानि 20 मई को अम्फान चक्रवात ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अपना भीषण कहर मचाया, जिसकी वजह से दोनों राज्यों में भारी तबाही हुई तथा 13 लोगों की मौत हो गई। कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में तबाही मचाने वाले भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान की वजह से हजारों की संख्या में मकान बर्बाद हो गए तथा निचले इलाकों में पानी भर गया है, इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है।
ओडिशा के लोगों ने अम्फान के प्रभावों का बहादुरी से मुकाबला किया- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विट करके कहा कि सभी अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मुहैया करा रहे हैं, ओडिशा के लोगों ने इसके प्रभावों का बहादुरी से मुकाबला किया, अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता सुनिश्चित करने के लिए जमीन पर काम कर रहे हैं, मैं प्रार्थना करता हूं कि स्थिति जल्द से जल्द सामान्य हो जाए। उन्होंने कहा कि अम्फान चक्रवात से प्रभावित जगहों में एनडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं, उच्च अधिकारी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं तथा पश्चिम बंगाल सरकार के साथ निकट समन्वय में भी काम कर रहे हैं, प्रभावितों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ एकजुटता से खड़ा है– मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में अम्फान चक्रवात की वजह से हो रही तबाही के विजुअल देखे गए हैं, इस चुनौतीपूर्ण समय में पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ एकजुटता से खड़ा है, राज्य के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना, सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं। गौरतलब है अम्फान ने कल दोपहर करीब 3 बजे पश्चिम बंगाल के दीघा तथा हटिया द्वीप को पार करने के दौरान काफी तबाही मचाई, अम्फान की रफ्तार 155-165 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव के काम में लगी हुई हैं
दीघा के पास जैसे ही अम्फान तूफान की लैंडिंग हुई, उसके कुछ देर बाद इसका असर करीब 168 किलोमीटर दूर हावड़ा में दिखा, वहां तूफान की वजह से हवा की रफ्तार 170 किलोमीटर तक पहुंच गई, इस तूफान की वजह से हावड़ा ब्रिज भी हिल गया। तूफान के बाद एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ की टीमें बाद सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाने के लिए, सड़क पर गिरे बिजली के खंभों से लटकी तारों को हटाने के लिए, राहत और बचाव के काम में लगी हुई हैं।