प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम जापान दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे।
मोदी हिस्सा लेंगे आबे के अंतिम संस्कार में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 26 सितंबर के शाम को जापान की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी कल यानि 27 सितंबर को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए टोक्यो के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने पूर्व पीएम शिंजो आबे के सम्मान में 9 जुलाई 2022 को एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी, ये यात्रा उनकी स्मृति को सम्मानित करने का अवसर होगी।
मोदी करेंगे श्रीमति आबे से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के लिए रवाना होने से पहले ट्वीट में कहा कि ‘मैं पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आज रात टोक्यो जा रहा हूं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने शिंजो आबे को एक प्रिय मित्र और भारत-जापान मित्रता का बड़ा हिमायती बताया। उन्होंने कहा कि वह जापान के प्रधानमंत्री किशिदा और श्रीमति आबे से मुलाकात कर सभी भारतीयों की ओर से शोक-संवेदना प्रकट करेंगे।
मोदी-किशिदा करेंगे द्विपक्षीय बैठक
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘हम आबे की दृष्टि के अनुरूप भारत-जापान संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए काम करना जारी रखेंगे।’ इससे पहले विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने यह जानकारी देते हुए संवाददाताओं को बताया कि करीब 12 से 16 घंटे की इस जापान यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी अपने जापानी समकक्ष जापान के पीएम फुमियो किशिदा के साथ मुलाकात और द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
आबे की गोली मारकर की गई थी हत्या
जापान के सबसे अधिक समय तक प्रधानमंत्री रहे शिंजो आबे की 8 जुलाई 2022 को देश के पश्चिमी इलाके में चुनावी कार्यक्रम के दौरान एक हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मार्च 2022 में भारत की यात्रा की थी और प्रधानमंत्री मोदी मई 2022 में क्वाड की बैठक में हिस्सा लेने वहां गए थे। विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि इस वर्ष भारत-जापान राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनायी जा रही है और ऐसे में दोनों नेताओं को अपने विशेष सामरिक गठजोड़ को और प्रगाढ़ बनाने को लेकर बातचीत करने का अवसर मिलेगा।
भारत-जापान के संबंध मजबूत हो रहे हैं
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि भारत और जापान के संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच कारोबार एवं निवेश, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, आधारभूत ढांचा, औद्योगिक विकास, मानव संसाधन के क्षेत्र में करीबी सहयोग है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और जापानी प्रधानमंत्री किशिदा के बीच संक्षिप्त द्विपक्षीय बैठक होगी, जिसमें दोनों पक्षों से संबंधित लोग मौजूद होंगे।
100 देशों के प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा
विनय मोहन क्वात्रा ने बताया कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे के राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए 20 शासनाध्यक्षों समेत 100 देशों के प्रतिनिधि मौजूद होंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री मोदी और पीएम किशिदा के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर बातचीत होगी, तो क्वात्रा ने कहा कि इस बैठक में दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधों और इनकी प्रगति के बारे में चर्चा एवं समीक्षा करेंगे और इसे किसी एक विषय तक सीमित करना ठीक नहीं होगा।
भारत में था 1 दिन का राष्ट्रीय शोक
आबे के साथ प्रधानमंत्री मोदी के करीबी संबंधों का जिक्र करते हुए विनय मोहन क्वात्रा ने कहा कि भारत ने 9 जुलाई को जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के सम्मान में एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि आबे के निधन पर शोक प्रकट करते हुए पीएम मोदी ने उन्हें ‘प्रिय मित्र’ बताया था और कहा था कि जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे ने दुनिया को बेहतर स्थान बनाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।