PM मोदी ने एमवी गंगा विलास क्रूज को दिखाई हरी झंडी, कहा- ‘भारत में पर्यटन का बुलंद दौर शुरू हुआ’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एशिया के सबसे बड़े रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को सबसे लंबी यात्रा पर हरी झंडा दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने गंगाघाट पर आलीशान टेंट सिटी (Tent City) का उद्घाटन भी किया।

PM मोदी ने वाराणसी को दिया डबल तोहफा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 13 जनवरी को वाराणसी को डबल तोहफा दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एक तरफ वाराणसी-डिब्रूगढ़ के बीच सबसे लंबी जल यात्रा करने वाले एमवी गंगा विलास क्रूज (MV Ganga Vilas) को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तो दूसरी तरफ गंगाघाट पर आलीशान टेंट सिटी (Tent City) का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री एस सोनोवाल, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे, वहीं दूसरी तरफ बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा वर्चुअली इवेंट में शामिल हुए।

मां गंगा ने प्रेरित किया- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि ‘रिवर क्रूज गंगा विलास का शुभारंभ हो गया है, गंगा नदी हमारे लिए सिर्फ जलधारा नहीं है बल्कि प्राचीन काल से तप-तपस्वियों की साक्षी है। मां गंगा ने भारतीयों को हमेशा पोषित किया है, प्रेरित किया है। गंगा पट्टी आजादी के बाद पिछड़ती चली गई, लाखों लोगों का पलायन हुआ, इस स्थिति को बदलना जरूरी था और हमने नई सोच के साथ काम करना शुरू किया, एक तरफ नमामी गंगे के माध्यम से गंगा की निर्मलता के लिए काम किया, दूसरी तरफ अर्थ गंगा पर भी काम किया, आर्थिक गतिविधियों का नया वातावरण बनाया।’

भारत में पर्यटन का बुलंद दौर शुरू- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गंगा विलास क्रूज की शुरुआत से भारत में पर्यटन का बुलंद दौर शुरू हुआ है, इससे देश के पूर्वी हिस्से को भारत का ग्रोथ इंजन बनने में मदद मिलेगी, विकसित भारत के लिए सशक्त कनेक्टिविटी जरूरत है। उन्होंने कहा कि ये क्रूज यहां के विकास की नई धारा तय करेगा, इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा, इसके साथ ही यहां आने वाले पर्यटकों को भारत यात्रा का नया अनुभव मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गंगा विलास क्रूज की शुरुआत होना साधारण घटना नहीं है, ये सफर भारत में इनलैंड वाटर वे के विकास का उदाहरण है।

3200 KM की यात्रा तय करेगा क्रूज
ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी के रविदास घाट से क्रूज को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह क्रूज 51 दिनों में करीब 3200 किलोमीटर की यात्रा करके बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा। 62.5 मीटर लंबे और 12.8 मीटर चौड़े गंगा विलास क्रूज में 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का वाटर टैंक है। रूट की बात करें तो इसके रास्ते में 27 नदियां पड़ेंगी, इसमें नेशनल वॉटर वे 1, कोलकाता से धुबरी इंडो-बांग्ला प्रोटोकॉल रूट और नेशनल वॉटर वे 2 से गुजरेगा। 5 प्रदेशों के साथ एक बांग्लादेश से होकर ये सफर तय करेगा। वाराणसी जिले के एक अधिकारी ने बताया कि क्रूज पर स्वीडन के 31 पर्यटक सवार हैं।

Load More Related Articles
Load More By RN Prasad
Load More In देश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also

ईरान का इजरायल पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला, 1 घंटे में 200 मिसाइलें दागी, ईरानी राष्ट्रपति ने कहा- यह इजराइली हमले का जवाब, नेतन्याहू ने कहा- इसकी भारी कीमत चुकानी होगी

ईरान ने मंगलवार की रात इजराइल पर इतिहास का सबसे बड़ा हमला किया, ईरान ने इजराइल पर 1 घंटे म…