पटना एम्स में भारत में पहली बार वैश्विक महामारी कोरोना से जारी जंग को जीतने के लिए पहला हथियार तैयार करने की कवायद शुरू कर दी गई है। भारत में सबसे पहले पटना एम्स ने कोरोना वैक्सीन का एक 30 वर्षीय युवक पर ट्रायल किया है।
पटना एम्स ने कोरोना वैक्सीन का पहला ट्रायल एक 30 वर्षीय युवक पर किया
पटना एम्स में भारत में पहली बार वैश्विक महामारी कोरोना से जारी जंग को जीतने के लिए पहला हथियार तैयार करने की कवायद शुरू कर दी गई है। भारत में सबसे पहले पटना एम्स ने कोरोना वैक्सीन का 15 जुलाई को एक 30 वर्षीय युवक पर ट्रायल किया और आज यानि 16 जुलाई को 6 लोगों पर इसका ट्रायल कर रहा है, इसके लिए 18 लोगों का टेस्ट हो चुका है। ध्यान रहे कि अभी तक कोरोना वैक्सीन का ऐसा ट्रायल देश के किसी भी संस्थान में नहीं हुआ है, इस तरह से पटना एम्स कोरोना से लड़ाई के लिए देश में सबसे पहले सामने आया है।
कोरोना की वैक्सीन भारत बायोटेक कंपनी तथा आईसीएमआर ने बनाई है
पटना एम्स के डॉक्टर सीएम सिंह ने 15 जुलाई को बताया कि कोरोना की वैक्सीन हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी तथा आईसीएमआर ने बनाई है, इसी का पटना एम्स समेत देश के 12 संस्थानों में ट्रायल होना है, जो सबसे पहले पटना एम्स में शुरू हो चुका है। सीएम सिंह ने कहा कि पटना एम्स में बनी एक्सपर्ट की टीम ने एक 30 वर्षीय युवक पर वैक्सीन का ट्रायल किया, उसे हाफ एमएल डोज दिया गया, डोज देने के बाद करीब 4 घंटे उसे आब्जर्वेशन में रखा फिर घर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि 7 दिन के बाद फिर इसी शख्स को बुलाया गया है, 14 दिन के बाद फिर उसे दूसरा डोज दिया जाएगा, उसके बाद उसका टेस्ट किया जाएगा।
पटना एम्स में आज 6 लोगों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल हो रहा है
भारत में सबसे पहले कोरोना वैक्सीन ट्रायल करने के बाद पटना एम्स की एक्सपर्ट टीम काफी उत्साहित है। दरअसल, पटना एम्स में 13 जुलाई और 14 जुलाई को कुल 18 लोगों का मेडिकल टेस्ट किया गया था, इन्हीं में से 15 जुलाई को एक पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल हुआ और आज 6 लोगों पर इसका ट्रायल हो रहा है। ध्यान रहे कि पटना एम्स में 50 लोगों पर कोरोना वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल होगा।