फर्जी टीआरपी के रैकेट को लेकर मुंबई से आज एक बड़ी सनसनीखेज खबर सामने आई है। मुंबई पुलिस ने आज फर्जी टीआरपी को लेकर दो टीवी चैनलों के मालिक को गिरफ्तार किया है।
टीवी चैनलों की टीआरपी को लेकर बड़ा खुलासा
मुंबई पुलिस ने आज 8 अक्टूबर शाम को टीवी चैनलों की टीआरपी को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने साफ-साफ कहा कि रिपब्लिक टीवी पैसे देकर अपनी टीआरपी बढ़ाता था। उन्होंने कहा कि इसके बदले लोगों को पैसे दिए जाते थे, मुंबई पुलिस के मुताबिक, रिपब्लिक टीवी टीआरपी के लिए जोड़तोड़ में लगा हुआ था। मुंबई पुलिस कमिश्नर का दावा है कि कुछ अनपढ़ों के घर भी अंग्रेजी चैनल देखा जाता था, जबकि कुछ बंद घरों में भी टीवी चलता रहता था, जिन घरों में टीआरपी मीटर लगे हुए हैं, उन्हें एक ही चैनल देखने के लिए पेमेंट की जाती थी।
2 मराठी टीवी चैनलों के मालिक गिरफ्तार
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि 2 मराठी टीवी चैनलों के मालिक गिरफ्तार हुए हैं, रिपल्बिक टीवी के खातों को सीज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ज्यादा विज्ञापन के लिए टीआरपी का ये खेल खेला जा रहा था। मुंबई पुलिस ने दावा किया है कि हंसा कंपनी के पूर्व कर्मचारी इस धंधे में लिप्त थे, इस मामले में हंसा कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी समेत 2 लोग गिरफ्तार हुए हैं, एक व्यक्ति के खाते से 20 लाख रुपए सीज किए गए हैं, जबकि उनके बैंक लॉकर से 8.5 लाख रुपए मिले हैं।
रिपब्लिक टीवी का नाम भी सामने आया
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने कहा कि शिकायत के आधार पर हमने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है, रिपब्लिक टीवी का नाम भी सामने आया है, जिन ग्राहकों से संपर्क किया गया था, उन्होंने माना है कि रिपब्लिक चैनल ऑन रखने के लिए पैसे दिए गए थे, उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए हैं। टीवी चैनलों को टीआरपी रेटिंग देने वाली संस्था बार्क (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) ने भी रिपब्लिक टीवी पर संदेह जताया है। मुंबई पुलिस का कहना है कि इस गोरखधंधे में रिपब्लिक टीवी के प्रमोटर्स भी शामिल हो सकते हैं, इस मामले में जांच जारी है, जो भी विज्ञापन इन चैनलों पर चले हैं उनकी भी जांच की जाएगी। विज्ञापनदाताओं से पूछा जाएगा कि वे शिकार हुए या वे भी रैकेट का हिस्सा थे।
बार्क के अधिकारियों से भी की गई पूछताछ
मुंबई पुलिस के मुताबिक, करीब 2000 घरों में ये खेल चल रहा था और हर घर को 400-500 रुपए के हिसाब से भुगतान किया जा रहा था। परमबीर सिंह ने कहा कि हमें संदेह है कि अगर मुंबई में ऐसा हो रहा था तो यह देश के अन्य हिस्सों में भी हो सकता है, इसमें कुछ मौजूदा कर्मचारी भी शामिल हैं और कुछ अंदरूनी लोग भी शामिल हैं। बार्क (BARC) अधिकारियों से भी पूछताछ की गई है तथा वरिष्ठ अधिकारियों को भी तलब किया जाएगा। परमबीर सिंह ने कहा कि आज रिपब्लिक टीवी के अधिकारियों को समन भेजा जाएगा और उन्हें जांच दल के सामने पेश होने के लिए कहा जाएगा। उन्होंने कहा कि हंसा वो एजेंसी थी जिसने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, हम इस मामले से संबंधित सभी खातों की जांच करेंगे, फोरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है।
रिपब्लिक टीवी ने अपना बयान जारी किया
पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की पीसी के बाद रिपब्लिक टीवी ने भी इस मुद्दे पर अपना आधिकारिक बयान जारी किया है। रिपब्लिक टीवी का कहना है कि चूंकि उन्होंने सुशांत केस में पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह से सवाल पूछे थे, इसलिए अब रिपब्लिक टीवी पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। बयान में कहा गया है कि रिपब्लिक टीवी मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह पर मानहानि का केस भी करेगा।