खालिस्तानियों की ब्रिटेन में मौजूदगी पर PM जॉनसन ने कहा- भारत में हिंसा फैलाने की किसी को इजाजत नहीं दे सकते

दो दिवसीय भारत दौरा पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि हम चरमपंथ और आतंकवाद को स्वीकार नहीं कर सकते, कोई संगठन ब्रिटेन को आधार बनाकर भारत को धमकाने या हिंसा फैलाने की बात करता है तो उसे इजाजत नहीं दे सकते।

चरमपंथ और आतंकवाद स्वीकार नहीं- जॉनसन
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ब्रिटेन में खालिस्तानी तत्वों की मौजूदगी की बातों पर कहा कि ब्रिटेन इस बात को लेकर स्पष्ट है कि चरमपंथ और आतंकवाद को स्वीकार नहीं कर सकते, साथ ही कोई संगठन अगर ब्रिटेन को आधार बनाकर भारत को धमकाने या हिंसा फैलाने की बात करता है तो उसे इजाजत नहीं दी जा सकती, इस कड़ी में भारत के साथ मिलकर हमने आतंकवाद निरोधक तंत्र पर काम किया है, हम इसे आगे बढ़ाएंगे। बोरिस जॉनसन ने आज 22 अप्रैल 2022 को दिल्ली में कहा कि ब्रिटेन अगले सप्ताह यूक्रेन के कीव में अपना दूतावास फिर से खोलेगा, ब्रिटेन और हमारे सहयोगी इस पर निष्क्रिय रुख नहीं रखेंगे, क्योंकि व्लादिमीर पुतिन इस हमले को अंजाम दे रहे हैं, सबसे पहले हम यूक्रेन के हालात पर बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन जल्द ही यूक्रेन को आर्टिलरी समेत कई मदद मुहैया कराएगा ताकि वो अपनी हिफाजत कर सकें।

रूस पर भारत की स्थिति सर्वविदित है- जॉनसन
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि सिर्फ यूक्रेन में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में स्थिति ब्रिटेन और भारत को एक साथ ठोस कदम उठाने के लिए बाध्य कर रही है, रूस पर भारत की स्थिति सर्वविदित है, यह बदलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि यह एक यथार्थवादी संभावना है, पुतिन के पास एक विशाल सेना है, उनके पास अब एकमात्र विकल्प अपने नजरिए को जारी रखने की है। बोरिस जॉनसन ने पश्चिमी खुफिया अधिकारियों के आकलन पर कहा कि यूक्रेन युद्ध अगले साल के अंत तक चल सकता है और इसमें रूस जीत सकता है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैंने अपने वार्ताकारों से दिवाली तक मुक्त व्यापार समझौते को पूरा करने के लिए कहा है।

मोदी-जॉनसन ने ‘रोडमैप 2030’ की समीक्षा की
दुनिया में तीव्र भू-राजनीतिक उथल पुथल की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन ने आज एक नए एवं विस्तारित भारत-ब्रिटेन रक्षा गठजोड़ पर सहमति व्यक्त की और इस साल के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत को अंतिम रूप देने का निर्णय किया है। दोनों नेताओं ने ‘रोडमैप 2030’ समेत द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में गठजोड़ को और गहरा बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए ब्रिटेन को आमंत्रित किया।

मोदी-जॉनसन ने विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच संबंधों के विविध आयामों पर विस्तृत चर्चा के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि ‘आज हम एक नई, विस्तारित रक्षा और सुरक्षा साझेदारी पर सहमत हुए हैं।’ उन्होंने कहा कि यह हमारे संबंधों को प्रगाढ़ बनाने की दशकों पुरानी प्रतिबद्धता और साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया के लक्ष्य की दिशा में भी है। बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना ‘खास दोस्त’ बताया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत पर केंद्रित मुक्त सामान्य निर्यात लाइसेंस बनाने पर काम कर रहा है, जिससे नौकरशाही की बाधाएं कम होंगी और रक्षा खरीद में कम समय लगेगा। जॉनसन ने कहा कि दोनों पक्षों ने जमीन, समुद्र, वायु क्षेत्र और साइबर क्षेत्र सहित नए खतरों से निपटने के लिए साथ काम करने पर भी सहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन नए लड़ाकू विमानों की प्रौद्योगिकी और नौवहन प्रौद्योगिकी पर भारत के साथ सहयोग करेगा साथ ही समुद्र में खतरों को लेकर भी प्रतिक्रिया देगा।

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