बिहार में बजट सत्र की वजह से वीआईपी मुखिया व नीतीश सरकार के मंत्री मुकेश सहनी एक सरकारी कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए, ऐसे में उनकी गाड़ी से पूरे तामझाम के साथ उनके भाई संतोष सहनी कार्यक्रम में पहुंचे, कार्यक्रम का उद्घाटन किया और मंच पर मल्लाहों को गाड़ी की चाबियां सौंपी।
मुकेश के भाई संतोष ने किया कार्यक्रम का उद्घाटन
स्कूल और कॉलेज में छात्रों को एक-दूसरे के बदले हाजिरी लगते आपने देखा और सुना होगा, लेकिन बिहार में इन दिनों नीतीश सरकार के मंत्री जी के परिजन उनके बदले सरकारी कार्यक्रमों में हाजिरी लगाते दिख रहे हैं, केवल हाजिरी ही नहीं मंत्री जी की जिम्मेदारी निभाते भी नजर आ रहे हैं। यह ताजा मामला बिहार के हाजीपुर का है, जहां बिहार सरकार के पशु पालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई संतोष सहनी सरकारी कार्यक्रम में पहुंचे तथा कार्यक्रम का उद्घाटन किया और मंच पर मल्लाहों को गाड़ी की चाबियां सौंपी।
मैं मंत्री जी का सहयोगी हूं- संतोष सहनी
मंत्री मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी से जब ऐसा करने का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं मंत्री जी का सहयोगी हूं और उनकी मदद करने के लिए ऐसा कर रहा हूं, वो आज कल व्यस्त हैं, इसलिए सभी जगहों पर मैं जा रहा हूं। दअरसल, बीते दिनों हाजीपुर में मल्लाहों को सरकारी अनुदान पर गाड़ी मुहैया कराने की योजना के शुभारंभ को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, कार्यक्रम में बतौर चीफ गेस्ट मंत्री मुकेश सहनी को शामिल होना था।
बजट सत्र की वजह से कार्यक्रम में नहीं पहुंचे थे मुकेश
ध्यान रहे कि बजट सत्र की वजह से मुकेश सहनी कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए, ऐसे में उनकी गाड़ी से उनके भाई संतोष सहनी कार्यक्रम में पहुंचे, कार्यक्रम का उद्घाटन किया और मंच पर मल्लाहों को गाड़ी की चाबियां सौंपी तथा मंच पर मौजूद अधिकारियों से बातचीत कर औपचारिकता पूरी की। इधर, जब पत्रकारों ने संतोष सहनी से योजना के नाम और उससे होने वाले लाभ के बारे पूछा तो वो चुप हो गए, हालांकि थोड़ी देर बाद उन्होंने बड़ा सोच समझ कर कहा कि बिहार मत्स्य विभाग द्वारा मल्लाहों को सब्सिडी के तहत गाड़ी वितरण किया गया है, मंत्री जी के सहयोग से ये काम किया गया है, आगे भी अच्छे से काम किया जाएगा। वहीं, हाजीपुर के जिला मत्स्य पदाधिकारी नूतन ने कहा कि संतोष सहनी मंत्री मुकेश सहनी के प्रतिनिधि के तौर पर कार्यक्रम में आए थे, मंत्री जी बजट सत्र में व्यस्त होने की वजह से नहीं आ पाए हैं।