वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जारी है, फिर भी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अगर हम देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो, दिल्ली में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित अपने घरों में हैं, दिल्ली सरकार ने इन्हें होम आइसोलेशन में रखा है।
दिल्ली में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज होम आइसोलेशन में
वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जारी है, फिर भी कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अगर हम देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो, दिल्ली में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित अपने घरों में हैं, दिल्ली सरकार ने इन्हें होम आइसोलेशन में रखा है, इन कोरोना मरीजों को घर बैठे स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं, इसके लिए दिल्ली सरकार ने बाकायदा एक टेली सेवा भी शुरू की है, जिसके लिए एक मेडिकल बोर्ड भी गठित किया है।
38 फीसदी मरीज होम आइसोलेशन में, जबकि 33 फीसदी कोविड हॉस्पिटलों में
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में कुल कोरोना संक्रमित की संख्या 9333 हैं, जिसमें एक्टिव मरीजों की संख्या 5278 है, जबकि 3926 कोरोना मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। 5278 एक्टिव मरीजों में से 38 फीसदी होम आइसोलेशन में है, यानि 1983 कोरोना संक्रमित होम आइसोलेशन में है, जबकि दिल्ली के एक्टिव मरीजों में 33 फीसदी कोरोना मरीज कोविड हॉस्पिटलों में यानि 1758 कोरोना मरीज ही कोविड हॉस्पिटलों भर्ती हैं।
दिल्ली में केवल 3.42 फीसदी कोरोना मरीज गंभीर हालत में
दिल्ली के एक्टिव मरीजों में 12.46 फीसदी मरीज कोविड निगरानी केंद्र में, यानि 658 मरीज कोविड निगरानी केंद्र में भर्ती हैं, जबकि 12.46 फीसदी कोरोना संक्रमित कोविड स्वास्थ्य केंद्र में यानि 658 मरीज कोविड स्वास्थ्य केंद्र भर्ती हैं। दिल्ली में केवल 3.42 फीसदी कोरोना मरीज ही गंभीर हालत में मिल रहे हैं, जिन्हें आईसीयू तथा वेंटिलेटर पर रखा गया है।
दिल्ली में कोरोना से मृत्यु दर 1.38 फीसदी
दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, 10 लाख में से 471 लोग संक्रमित मिल रहे हैं, जबकि औसतन 6604 लोगों की जांच हो रही है। दिल्ली में कोरोना वायरस की संक्रमण दर फिलहाल 5 फीसदी है, जबकि रिकवरी दर राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा 42 फीसदी दर्ज की गई है। दिल्ली में कोरोना से मृत्यु दर 1.38 फीसदी है। फिलहाल दिल्ली में कुल कोरोना संक्रमण का एक्टिव केस 56.55 फीसदी है, जिन्हें कोविड हॉस्पिटल, निगरानी तथा स्वास्थ्य केंद्र के अलावा होम आइसोलेशन में रखा गया है।
साढ़े चार हजार कोरोना मरीज 63 दिन में, जबकि साढ़े चार हजार से ज्यादा 13 दिनों में
दिल्ली में पहले साढ़े चार हजार कोरोना मरीज 63 दिन में सामने आए थे, जबकि उसके बाद साढ़े चार हजार कोरोना मरीज से ज्यादा केवल 13 दिन में मिले हैं। दिल्ली में पहला कोरोना पॉजिटिव 2 मार्च, 2020 को सामने आया था, इसके बाद से 3 मई तक दिल्ली में कुल मरीजों की संख्या 4549 थी, लेकिन 16 मई को कोरोना मरीजों की संख्या 9333 पहुंच गया। इसी तरह 1 मई तक दिल्ली में 61 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी, लेकिन उसके बाद 15 दिन यानि 2-16 मई के बीच 68 लोगों की मौत हुई, फिलहाल दिल्ली में कुल 129 लोगों की जान कोरोना से जा चुकी है।
दिल्ली में अभी हॉटस्पॉट इलाके 100 से घटकर 76 हो चुकी
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, दिल्ली में शुरुआत से ही कोरोना वायरस की जांच सर्वाधिक हो रही है, पिछले कुछ दिनों में जांच की गति और बढ़ने पर संक्रमित मरीजों की संख्या भी सामने आ रही है। हालांकि, दिल्ली सरकार ने हाल में कोई नए हॉटस्पॉट इलाके नहीं बनाए हैं, इसके अलावा दिल्ली में कोरोना से होने वाली मौतों को लेकर अभी भी हॉस्पिटल से पूरे आंकड़े सामने नहीं आए हैं। दिल्ली में अभी हॉटस्पॉट इलाके 100 से घटकर 76 हो चुकी है।
दिल्ली में सर्वाधिक 9584 सैंपल की जांच 10 मई को हुई
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग दिल्ली में ज्यादा जांच होने का दावा कर रहा है, लेकिन बीते 7 दिनों की स्थिति पर गौर करें तो हर दिन जांच में कोई निरंतरता नहीं रही है, जहां तक की कमी ही आई है। 10 मई को दिल्ली में सर्वाधिक 9584 सैंपल की जांच हुई थी, इसके बाद 11 मई को 3868, 12 मई को 8431, 13 मई को 7236, 14 मई को 6391, 15 मई को 5453 तथा 16 मई को 5656 सैंपल की जांच हुई।