तबलीगी जमात के मरकज मामले में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम के कारण देश की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने लोगों को बरगलाने का काम किया है, वह कभी भी न माफ करने वाला अपराध किया है।
मौलाना साद ने जमातियों को भड़काया
दक्षिणी दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज मामले में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि तबलीगी जमात के कार्यक्रम के कारण देश की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई को बहुत बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा कि तबलीगी जमात के प्रमुख मौलाना साद ने लोगों को बरगलाने की कोशिश की है, वह कभी भी न माफ करने वाला अपराध किया है। आरिफ मोहम्मद ने कहा कि मौलाना साद ने जो लोगों को यह कह कर भड़काया कि कोरोना वायरस का नाम लेकर मुसलमानों को अलग-थलग करने की कोशिश की जा रही है, जो बेहद गंभीर बात है।
मौलाना साद इस्लाम की भलाई नहीं, खिलाफ काम कर रहे हैं
आरिफ मोहम्मद ने एक निजी टीवी चैनल के इंटरव्यू के दौरान कहा कि मौलाना साद जैसे लोग तो इस्लाम की भलाई नहीं, बल्कि इस्लाम के खिलाफ काम कर रहे हैं, वह लोगों को भड़काते हैं और कुरान में लिखी गई बातों को गलत तरीके से मुसलमानों को समझाते हैं। उन्होंने कहा कि मौलाना साद जैसे लोगों को सजा देने से भी कुछ नहीं हो होगा, क्योंकि वह अपनी सोच को इस तरह बना चुके हैं, जो नफरत से भरी हुई है। मैंने मौलाना साद के पहले के कई बयानों को भी सुना है, वो साफ तौर पर कौम को लेकर भड़काऊ बातें करते है।
मौलाना साद ने कोविड-19 के बारे में गलत बयान दिया
आरिफ मोहम्मद खान ने यह भी कहा कि मौलाना साद जैसे कुछ लोगों की वजह से सारी कौम का नाम बदनाम होता है, आम मुसलमान तो अपने देश की तरक्की के लिए बहुत गहरे जेहन से सोचता है। उन्होंने कहा कि मौलाना साद ने कोविड-19 के बारे में गलत बयानबाजी करके मानवता के खिलाफ अपराध किया है। आरिफ मोहम्मद ने कहा कि मौत किसी कौम को देखकर नहीं आती है, कुछ लोग कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं समझ रहे हैं, जिसका खामियाजा बड़े पैमाने पर भुगतना पड़ सकता है।