कांग्रेस नेता व पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने बेरोजगारी के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया है। मनमोहन सिंह ने कहा कि देश में बेरोजगारी चरम पर है।
चरम पर है देश में बेरोजगारी- मननमोहन
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने आज 2 मार्च को केंद्र की मोदी सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि वर्ष 2016 में बगैर सोच-विचार के लिए गए नोटबंदी के फैसले के चलते देश में बेरोजगारी चरम पर है और अनौपचारिक क्षेत्र का खस्ताहाल है। मनमोहन सिंह ने राज्यों से नियमित रूप से परामर्श नहीं करने को लेकर भी केंद्र सरकार की जमकर आलोचना की।
मनमोहन ने किया विकास सम्मेलन का उदघाटन
आर्थिक विषयों के ‘थिंक टैंक’ राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज द्वारा डिजिटल माध्यम से आयोजित एक विकास सम्मेलन का उदघाटन करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि बढ़ते वित्तीय संकट को छिपाने के लिए भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा किए गए अस्थायी उपाय के चलते आसन्न लोन संकट से छोटे और मंझोले (उद्योग) क्षेत्र प्रभावित हो सकते हैं और इस स्थिति की हम अनदेखी नहीं कर सकते हैं।
खस्ताहाल में है अनौपचारिक क्षेत्र- मनमोहन
मनमोहन सिंह ने कहा कि देश में बेरोजगारी चरम पर है तथा अनौपचारिक क्षेत्र का खस्ताहाल है, यह संकट वर्ष 2016 में बगैर सोच-विचार के लिए गए नोटबंदी के फैसले के चलते पैदा हुआ है। ध्यान रहे कि राजीव गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज द्वारा विकास सम्मेलन का आयोजन एक दृष्टि पत्र पेश करने के लिए किया गया है, जो केरल में विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के विकास पर विचारों का एक प्रारूप है।