प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आज 8 फरवरी को किसानों से आंदोलन को समाप्त करने की अपील करने के बाद किसान आंदोलन के सबसे चर्चित चेहरे व किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि पहले बातचीत होगी, हल निकलेगा फिर हम वापस लौटेंगे।
केंद्र सरकार तीनों कानून वापस ले- टिकैत
तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले साल 26 नवंबर से दिल्ली के सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों के सबसे चर्चित नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम नए कृषि कानूनों पर हल निकलने के बाद ही वापस लौटेंगे, केंद्र सरकार तीनों कानून वापस ले। एक निजी टीवी चैनल से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री मोदी की आज की अपील पर कहा कि क्या घर लौटकर बातचीत होगी, पहले बातचीत होगी, समझौता होगा, तब हम वापस लौटेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी बात समझ में नहीं आ रही है, हमारी भाषा समझ में नहीं आती है, तो केंद्र सरकार जिस स्कूल में पढ़ी है हमें भी पढ़ा दे।
भूख पर देश में कीमतें तय हो रही है- टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा कि हम बातचीत के लिए तैयार हैं, एमएसपी पर कानून बने, कानून क्यों नहीं बनेगा। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने कहा कि नए कृषि कानून पूर्ण रूप से खराब है, किसान आधे दाम पर फसल बेचने को मजबूर है, धान 8 रुपए किलो बेच रहे हैं, गन्ना किसानों को 14 दिनों में पैसा देना है, लेकिन यह नहीं मिल रहा है, सरकार खुद कानून नहीं मान रही है। उन्होंने कहा कि नया कृषि कानून व्यापारी को ध्यान में रखकर बनाया गया है, भूख पर देश में कीमतें तय हो रही है, यह हम नहीं होने देंगे, किसान यह नहीं होने देगा।
हिंसा की सही जांच होनी चाहिए- टिकैत
राकेश टिकैत ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर पर कहा कि प्रशासन ने अपने लोगों को भेजा, गुंडा लोगों को भेजा तथा बसों के शीशे तोड़ दिए। उन्होंने कहा कि सरकार ही लोगों को लेकर आई तो हमलोग क्या करेंगे, जहां बैरिकेडिंग से आगे हमें नहीं जाने दिया गया, वहीं जो सरकार के लोग थे उन्हें बैरिकेडिंग से आगे खड़ा किया गया, उन्होंने ही हिंसा की, हिंसा की सही जांच होनी चाहिए, भीड़ को हमने मैनेज किया, हमारे लोगों ने करीब 4 लाख ट्रैक्टर लाए, हिंसा में हमारे लोग नहीं थे। टिकैत ने कहा कि 35 साल से हमलोग आंदोलन कर रहे हैं, संसद के नजदीक भी हमने आंदोलन किया था, वहां तो कुछ नहीं हुआ।
PM मोदी ने की आंदोलन खत्म करने की अपील
ध्यान रहे कि आज राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर जवाब देने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने किसान संगठनों से आंदोलन खत्म करने की अपील की थी, साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है। वहीं, किसान संगठन तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं, किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार कृषि कानूनों में संशोधन तथा इसे डेढ़ साल तक होल्ड करने के लिए तैयार है।