दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो ऐसे हमेशा केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहते हैं, लेकिन आज उन्होंने जवान, किसान और मनरेगा की बात करते हुए मोदी सरकार को घेरा है।
सैनिकों के लिए केंद्र के पास पैसा नहीं- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज 11 अगस्त 2022 को जवान, किसान और मनरेगा की बात करते हुए केंद्र की मोदी सरकार को घेरा। सीएम केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार अग्निपथ योजना लेकर आई ताकि सैनिकों का पेंशन बोझ कम किया जा सके, लेकिन आजादी के बाद से आज तक ऐसा नहीं हुआ कि देश में सैनिकों को पेंशन देने का भी पैसा ना हो। केजरीवाल ने कहा कि इस बार 8वां वेतन आयोग बनना था, लेकिन केंद्र सरकार ने उसे भी मना कर दिया, यानि अब उनके पास कर्मचारियों को भी देने का पैसा नहीं है, यहां तक की गरीब लोगों को जिस मनरेगा के तहत मजदूरी दी जाती है उसमें भी 25 फीसदी की कमी कर दी गई।
अपने अमीर दोस्तों का कर्ज माफ किया- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ जब देश इतने घाटे में है। साल 2014 में देश का बजट 20 लाख करोड़ का था, आज 40 लाख करोड़ का है, लेकिन फिर भी ऐसी बातें सामने आ रही हैं। केजरीवाल ने कहा कि देश का इतना सारा पैसा इन लोगों ने अपने दोस्तों के कर्ज माफ करने में खर्च कर दिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अपने रिच दोस्तों का कर्ज माफ करने में करीब 10 लाख करोड़ रुपए खर्च कर दिया।
75 साल में पहली बार गेहूं-चावल पर टैक्स- केजरीवाल
केजरीवाल ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि देश में 75 वर्षों में ऐसा नहीं हुआ जब गरीब आदमी के गेंहू, चावल पर टैक्स लगाया गया हो, आज केंद्र सरकार वो भी कर रही है। उन्होंने कहा कि देश का नागरिक आज ठगा हुआ महसूस कर रहा है। केजरीवाल ने कहा कि वह लोग कह रहे हैं कि फ्री शिक्षा, इलाज और राशन नहीं मिलना चाहिए, अगर ऐसा हुआ तो देश के गरीब मर जाएंगे, 75 वर्षों में देश को ऐसा नुकसान नहीं हुआ। उनहोंने कहा कि पेट्रोल डीजल पर सरकार को हर साल 3.5 लाख करोड़ रुपए की आमदनी होती है, वह पैसा कहां जाता है, राज्यों को मिलने वाले टैक्स के हिस्से का पैसा भी अब 42 फीसदी से घटा कर 29 फीसदी कर दिया गया है।