वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ के लिए केंद्र सरकार की तरफ से एक अच्छी खबर मिली है, उन्हें दोबारा आईएएस के पद पर ज्वाइन करने का मौका मिला है। कन्नन गोपीनाथ ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर आईएएस अधिकारी से इस्तीफा दे दिया था।
गोपीनाथ को आईएएस ज्वाइन करने का मौका
वैश्विक महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए 21 दिनों के देशव्यापी लॉक डाउन के दौरान पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ के लिए केंद्र सरकार की तरफ से एक अच्छी खबर मिली है, उन्हें दोबारा आईएएस के पद पर ज्वाइन करने का मौका मिला है। ध्यान रहे कि केंद्र सरकार का सबसे ऐतिहासिक फैसला जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के विरोध में केंद्र शासत प्रदेश दादर नगर हवेली में कार्यरत वर्ष 2012 बैच के आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथ अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
गोपीनाथ ने आईएएस ज्वाइन करने का प्रस्ताव ठुकराया
केंद्र सरकार ने अब एक बार फिर दोबारा कन्नन गोपीनाथ को आईएएस अधिकारी के पद पर ज्वाइन करने का प्रस्ताव दिया है, केंद्र सरकार के इस प्रस्ताव को कनन्न गोपीनाथ ने ठुकरा दिया है। कन्नन गोपीनाथ ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए बताया कि उन्हें सरकार द्वारा फिर से आईएएस की नौकरी दोबारा ज्वाइन करने लिए मुझे ऑफर दिया गया, सरकार की तरफ से मुझे लेटर भी मिला है। उन्होंने कहा कि लेकिन मैं कोविड-19 के इस महामारी की लड़ाई में तन, मन तथा धन से अपनी सेवाएं दूंगा, लेकिन एक स्वयंसेवक के रुप में ना कि एक आईएएस अधिकारी के रुप में।
गोपीनाथ स्वयंसेवक के तौर पर काम करने को तैयार
कन्नन गोपीनाथ ने कहा कि सरकार को अधिकारियों और लोगों का सिर्फ उत्पीड़न करना आता है, मगर फिर भी मैं इस इस कोविड-19 के संकट के समय में सरकार के लिए स्वयंसेवक के रुप में दादर एवं नगर हवेली और दमन दीव में अपनी सेवाएं देने का प्रस्ताव देता हूं, लेकिन एक आईएएस अधिकारी के तौर पर दोबारा ज्वाइन नहीं कर सकता हूं। ध्यान रहे कि कन्नन गोपीनाथ ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के विरोध में अगस्त, 2019 में आईएएस अधिकारी के पद से इस्तीफा दे दिया था। गौरतलब है अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या करीब 7600 को पार कर चुकी है, जबकि कोरोना महामारी से मरने वालों की संख्या 249 हो चुकी है।