देश के 14वें उपराष्ट्रपति के तौर पर जगदीप धनखड़ ने आज गुरुवार को शपथ ली। शपथ लेने से पहले जगदीप धनकड़ राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पित किए और राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। दरअसल, जगदीप धनखड़ को 6 अगस्त 2022 को उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया था।
द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई जगदीप धनखड़ को शपथ
जगदीप धनखड़ ने देश के 14वें उपराष्ट्रपति के तौर पर आज 11 अगस्त 2022 को दोपहर में शपथ ले ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जगदीप धनखड़ को शपथ दिलाई।. निर्वाचित उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, निवर्तमान उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत मोदी मंत्रिमंडल के कई मंत्री मौजूद रहे। इससे पहले जगदीप धनखड़ ने बापू के स्मारक गए और राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी। जगदीप धनखड़ का शपथ ग्रहण समारोह दोपहर साढ़े 12 बजे राष्ट्रपति भवन में हुआ।
जगदीप धनखड़ ने मार्गरेट अल्वा को हराया
ध्यान रहे कि 6 अगस्त 2022 को संपन्न हुए उपराष्ट्रपति के चुनाव में कुल 725 सांसद ने वोट दिया, इसमें 710 मत वैध और 15 वोट अवैध पाए गए, जिसमें एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ को 525 और विपक्ष के उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले थे।
लोकसभा अध्यक्ष-राज्यसभा के सभापति एक ही राज्य से
उपराष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने से पहले जगदीप धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। इत्तेफाकन लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति एक ही राज्य राजस्थान के हैं। वर्तमान में ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं और वह राजस्थान के कोटा संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं।
जानिए उपराष्ट्रपति जगदीप धनरड़ के बारे में
71 वर्षीय जगदीप धनखड़ राजस्थान के प्रभावशाली जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं, उनकी पृष्ठभूमि समाजवादी रही है। जगदीप धनखड़ मूल रूप से राजस्थान के झुंझुनू से एक किसान परिवार से आते हैं। जगदीप धनखड़ के पिता गोकुल चंद्र धनखड़ किसान थे, उनके पास राजनीति का करीब 30 वर्षों का अनुभव है। 1989 में जगदीप धनखड़ सक्रिय राजनीति उतरे थे, धनखड़ पेशे से वकील भी है, कानून की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने वकालत शुरू कर दी थी और 1990 में राजस्थान हाई कोर्ट में वह सीनियर एडवोकेट बन गए। उन्होंने हाई कोर्ट से लेकर देश की शीर्ष अदालत सुप्रीम कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस की।
1989 में जगदीप धनखड़ झुंझुनू से बने सांसद
पहली बार जगदीप धनखड़ जनता दल के टिकट पर 1989 में झुंझुनू से सांसद चुने थे। 1990 में केंद्र की चंद्रशेखर सरकार में जगदीप धनखड़ को केंद्रीय मंत्री की भी जिम्मेदारी मिली थी। 1993 से 98 तक वह धनखड़ विधायक भी रहे। जगदीप धनखड़ को 20 जुलाई 2019 को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया था। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद उन्होंने राज्यपाल के पद से इस्तीफ दे दिया था।