भारत की जीडीपी वित्त वर्ष 2019-20 में गिरकर 4.2 फीसदी पर पहुंच गई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में भारत की जीडीपी 6.1 फीसदी रही थी। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2020) में जीडीपी घटकर 3.1 फीसदी पर आ गई, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में समान तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 5.7 फीसदी रही थी।
वित्त वर्ष 2019-20 में भारत की जीडीपी गिरकर 4.2 फीसदी पर पहुंची
एनएसओ यानि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत की जीडीपी यानि सकल घरेलू उत्पाद वित्त वर्ष 2019-20 में गिरकर 4.2 फीसदी पर पहुंच गई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में भारत की जीडीपी 6.1 फीसदी रही थी। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च, 2020) में जीडीपी घटकर 3.1 फीसदी पर आ गई, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में समान तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 5.7 फीसदी रही थी।
आरबीआई तथा एनएसओ ने आर्थिक वृद्धि दर 5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था
गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2019-20 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। एनएसओ ने भी इस वर्ष जनवरी तथा फरवरी में जारी पहले और दूसरे अग्रिम अनुमान में वर्ष 2019-20 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।
चीन की अर्थव्यवस्था में जनवरी-मार्च, 2020 के दौरान 6.8 फीसदी की गिरावट आई
ध्यान रहे कि वैश्विक महामारी कोविड-19 पर काबू के लिए केंद्र सरकार ने 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन किया था, जो अभी भी 31 मई तक जारी है, लेकिन जनवरी-मार्च, 2020 के दौरान दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियां सुस्त रही थीं, जिसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है। कोविड-19 महामारी की वजह से जनवरी-मार्च, 2020 के दौरान चीन की अर्थव्यवस्था में 6.8 फीसदी की गिरावट आई है।