वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि कोरोना के इस संकट के वक्त अपने पड़ोसी देशों को मदद करेगा। भारत अलग-अलग टीम बना कर अपने पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान तथा अफगानिस्तान में सहायता के लिए भेजेगा।
पड़ोसी मित्र देशों को भारत करेगा मदद
वैश्विक महामारी कोविड-19 की रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 3 मई तक 40 दिनों के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि कोरोना के इस संकट के वक्त अपने पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान तथा अफगानिस्तान को मदद करेगा। सूत्रों के मुताबिक, भारत अलग-अलग टीम बना कर मित्र देशों में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सहायता प्रदान करने की नीति के तहत अपने पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान तथा अफगानिस्तान में सहायता के लिए भेजने की तैयारी कर रहा है।
सभी सार्क देश कोरोना के दंश से मजबूर
ध्यान रहे कि सार्क देशों में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए साझा कार्यक्रम बनाने में भी भारत मुख्य भूमिका निभा रहा है, वर्तमान में सार्क के सभी सदस्य देश कोविड-19 महामारी का सामाजिक तथा आर्थिक दंश झेलने पर मजबूर हैं। कोरोना संकट के समय मित्र देशों की सहायता करने की नीति के तहत भारत ने अमेरिका, ब्राजील, मॉरीशस तथा सेशेल्स समेत 55 देशों को मलेरिया की दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, जो कि कोरोना के लिए कारगर है, इसे निर्यात किया था। भारत ने अपने पड़ोसी देशों अफगानिस्तान, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका तथा म्यांमार को भी दवाएं भेजी थीं।
भारत ने मालदीव-कुवैत में भी भेजी था टीम
भारत ने पिछले महीने मार्च में 14 सदस्यीय एक भारतीय दल मालदीव में कोरोना वायरस टेस्ट के प्रयोगशालाएं स्थापित करने के लिए भेजा था, इस दल ने वहां मालदीव के स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रशिक्षित भी किया था। भारत ने इसी महीने अप्रैल की शुरुआत में भारत ने भारतीय सेना के 15 सदस्यीय एक टीम को द्विपक्षीय सहयोग के तहत कुवैत भी भेजा था।
मोदी ने सार्क आपात कोष बनाने का दिया था प्रस्ताव
ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 मार्च को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों में कोरोना महामारी संकट से निपटने के लिए एक साझा रणनीति बनाने की वकालत की थी, इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की ओर से 1 करोड़ डॉलर की शुरुआती राशि की पेशकश करते हुए एक आपात कोष बनाने का भी प्रस्ताव दिया था।
भारत में कोरोना पॉजिटिव केस 20,450 के पार, मरने वालों की संख्या 653 पहुंची
गौरतलब है कि अब तक भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 20,500 को पार कर चुकी है, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 4115 हो गई है, जबकि कोरोना से मरने वालों की संख्या 653 हो चुकी है। अब तक पूरे विश्व में कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या 25 लाख, 80 हजार को पार कर चुकी है तथा इससे मरने वालों की संख्या करीब 1 लाख, 79 हजार पहुंच चुकी है। विश्व में सबसे ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केसों की कुल संख्या अमेरिका में करीब 8 लाख 19 हजार पहुंच चुकी है, जबकि इससे मरने वालों की संख्या यहां करीब 45,300 हो चुकी है।