
दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना के नाम पर फर्जी वेबसाइट चलाने और पंचायत स्तर तक के एजेंटों के बड़े नेटवर्क के जरिए 15000 से ज्यादा लोगों का पंजीकरण करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि तीन गिरफ्तार आरोपियों में दो बिहार के निवासी हैं, जबकि एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
फर्जी योजना चलाने वाले तीन लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना यानि पीएमएसवीवाई के नाम पर फर्जी वेबसाइट चलाने और पंचायत स्तर तक के एजेंटों के बड़े नेटवर्क के जरिए 15000 से ज्यादा लोगों का पंजीकरण करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान बिहार में पटना निवासी नीरज पांडेय व सुवेंद्र यादव और उत्तर प्रदेश के अयोध्या निवासी आदर्श यादव के तौर पर की गई है। पुलिस के मुताबिक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के निदेशक की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया था, इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना के नाम पर एक वेबसाइट बनाई गई और पंजीकरण तथा बच्चों के बीमा आदि के नाम पर लोगों से रकम ली गई है।
15000 से ज्यादा लोगों का पंजीकरण
दिल्ली पुलिस के साइबर अपराध विभाग के पुलिस कमिश्नर अन्येष राय ने बताया कि छानबीन के दौरान पुलिस ने नीरज पांडेय और आदर्श यादव को क्रमश: बिहार और उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया। उन्होंने इस फर्जी योजना के तहत 15000 से ज्यादा लोगों का पंजीकरण किया। नीरज पांडेय ने खुलासा किया कि पीएम शिशु विकास योजना के नाम से पटना का सुवेंद्र यादव भी वेबसाइट चला रहा है।
देशभर में राज्य प्रमुखों की नियुक्ति की
अन्येष राय ने बताया कि नीरज पांडेय के खुलासे के बाद पुलिस ने पटना में छापा मारा और सुवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया। ध्यान रहे कि इन लोगों ने ज्यादा से ज्यादा बच्चों को शामिल करने के लिए देशभर में राज्य प्रमुखों की नियुक्ति की और इसके बाद प्रत्येक राज्य प्रमुखों ने अपने-अपने राज्यों में जिला प्रमुखों को नियुक्त किया, आगे इन जिला प्रमुखों ने एजेंट बनाए जो ग्राम पंचायत स्तर पर काम कर रहे थे।