बैंक धोखाधड़ी में वांछित भगोड़े हीरा काराबोरी नीरव मोदी को भारत लाए जाने का रास्ता अब साफ हो गया है। यूनाइटेट किंगडम सरकार ने नीरव मोदी को भारत को सौंपने की मंजूरी दे दी है।
प्रीति पटेल ने नीरव के प्रत्यर्पण को दी मंजूरी
यूनाइटेट किंगडम के गृह मंत्रालय ने करीब 13 हजार करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी में वांछित हीरा कारोबारी नीरव मोदी को भारत को प्रत्यर्पित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि आज 16 अप्रैल को ब्रिटेन की होम मिनिस्टर प्रीति पटेल ने नीरव मोदी को भारत प्रत्यर्पित किए जाने के फैसले पर मुहर लगा दी है। नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक के अधिकारियों के साथ मिलकर 13 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक के लोन की धोखाधड़ी का आरोप है। नीरव मोदी पर अपने मामा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक से धोखाधड़ी करने का आरोप है, यह धोखाधड़ी गारंटी पत्र के जरिए की गई।
ब्रिटेन की कोर्ट ने प्रत्यर्पण को दी थी मंजूरी
ध्यान रहे कि 25 फरवरी, 2021 को ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण पर सहमति जताई थी और उसकी सभी दलीलों को खारिज करते हुए कहा था कि उसका भारत की जेल में ख्याल रखा जाएगा, जिसके बाद अदालत के फैसले की जानकारी ब्रिटेन के गृह विभाग को दी गई जिसके आधार पर नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए अनुमति दी गई है।
कानूनी लड़ाई के बाद भारत को मिली सफलता
गौरतलब है कि ब्रिटेन की अदालत में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद भारत को सफलता मिली है। ब्रिटेन की अदालत में ये कानूनी लड़ाई करीब 2 साल तक चली थी। भारत लाए जाने के बाद नीरव मोदी को मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा। माना जा रहा है कि नीरव मोदी को जल्द ही भारत लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।