पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का लंबी बीमारी के बाद आज 27 सितंबर को दिल्ली में कार्डिएक अरेस्ट की वजह से निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे। जसवंत सिंह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया।
जसवंत सिंह पिछले 6 साल से कोमा में थे
82 वर्षीय जसवंत सिंह ने आज सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर अंतिम सांस ली। जसवंत सिंह करीब पिछले 6 साल से कोमा में थे, उन्हें 25 जून को आर्मी अस्पताल भर्ती कराया गया था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्वउ वाली सरकार में उन्होंकने 1998 से 2004 के बीच विदेश, रक्षा और वित्तक जैसे मंत्रालयों का जिम्माओ संभाला। 1998 में वाजपेयी सरकार में उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया, 2000 में उन्होंने भारत के रक्षा मंत्री का कार्यभार संभाला, जबकि 2002 में यशवंत सिन्हा के स्थान पर उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया।
जसवंत सिंह नौ बार सांसद चुने गए थे
जसवंत सिंह 1980 में पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए। जसवंत सिंह भारत के सबसे लंबे समय तक सेवारत सांसदों में से एक रहे, जिसके पास 1980 से 2014 के बीच लगातार दोनों सदनों में से किसी एक में सदस्यता रही है। जसवंत सिंह भाजपा के टिकट पर पांच बार राज्यसभा (1980, 1986, 1998, 1999, 2004) और चार बार लोकसभा (1990, 1991, 1996, 2009) के लिए चुने गए। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जसवंत सिंह को जब भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा से मैदान में उतरे थे, हालांकि उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था।
राष्ट्रपति कोविंद ने सिंह के निधन पर शोक जताया
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, उत्कृष्ट सांसद, असाधारण जननेता और बुद्धिजीवी श्री जसवंत सिंह के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने अनेक कठिन भूमिकाओं को सहजता और धैर्य के साथ निभाया। उनके परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति मेरी शोक-संवेदना।
मोदी ने कहा, उनके निधन से दुखी हूं
प्रधानमंत्री मोदी ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जसवंत सिंह जी ने पूरी लगन के साथ हमारे देश की सेवा की। पहले एक सैनिक के रूप में और बाद में राजनीति के साथ अपने लंबे जुड़ाव के दौरान। अटल जी की सरकार के दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण विभागों को संभाला और वित्त, रक्षा व विदेश मामलों के विभाग में एक मजबूत छाप छोड़ी, उनके निधन से दुखी हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने जसवंत सिंह के पुत्र मानवेंद्र सिंह से फोन पर बात की और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
अमित शाह-राजनाथ सिंह ने शोक व्यक्त किया
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने कहा कि सरकार व संगठन में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने अपनी कर्तव्यनिष्ठा से एक गहरी छाप छोड़ी, मैं उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जसवंत सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जसवंत सिंह ने निष्ठापूर्वक भारत की सेवा की, जसवंत सिंह जी को उनकी बौद्धिक क्षमताओं और देश सेवा में बेजोड़ योगदान के लिए याद किया जाएगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विट करके कहा कि राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री जसवंत सिंह जी के निधन से दुखी हूं।