वैश्विक महामारी कोरोना से मौत को लेकर चीन ने पहली बार सच बताया है। चीन ने कोरोना से होने वाले मौत का आंकड़ा पहली बार जारी किया है। जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देने के बाद चीन में अचानक कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं।
36 दिनों में 60 हजार लोग मरे
चीन में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है, कोरोना के कारण हाल बेहाल है। चीन में 8 दिसंबर 2022 से लेकर 12 जनवरी 2023 के बीच यानि 36 दिनों में 60 हजार लोग कोरोना के कारण मौत की नींद सो गए। यह पहली बार है जब चीन ने मौत का आंकड़ा जारी किया है। जीरो कोविड पॉलिसी में ढील देने के बाद चीन में अचानक मामले तेजी से बढ़े हैं। नेशनल हेल्थ कमीशन के मेडिकल अफेयर्स डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जियाओ याहुई ने कहा कि चीन में कोविड इन्फेक्शन के कारण रेस्पिरेटरी फेलियर के कारण 5503 मौतें हो गईं, इसके अलावा 54435 लोगों की मौत कोविड संक्रमण के कारण हुई लेकिन वे कैंसर या दिल की बीमारियों से पीड़ित थे।
मरने वालों की औसत आयु 80.3 वर्ष
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, चीन कोरोना के कारण हुई उन्हीं मौतों की काउंटिंग कर रहा है, जो निमोनिया और रेस्पिरेटरी फेलियर की वजह से हुई हैं, यह फॉर्मूला WHO के तरीके से एकदम अलग है। मरने वालों की औसत आयु 80.3 वर्ष और मरने वालों में 90 फीसदी की उम्र 65 वर्ष या उससे अधिक थी।
चीन से आने वाले यात्रियों पर लगा प्रतिबंध
ध्यान रहे कि चीन के ऊपर कोरोना से होने वाली मौतों को छिपाने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसी रिपोर्ट्स भी आई हैं कि चीन के अस्पतालें और अंत्येष्टि घर शवों से भर गए हैं, कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है, साथ ही उससे बाकी दुनिया के साथ ज्यादा डेटा शेयर करने को कहा है, हालांकि चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका पर भी दबाव डाला जाना चाहिए कि वह एक्सबीबी.1.5 सबवैरिएंट के प्रसार के बारे में अपने डेटा को समय पर साझा करे।